अर्थ जगत

जॉनसन एंड जॉनसन बंद करने जा रही बेबी टैल्कम पाउडर

अगले साल से दुनियाभर में बिक्री बंद होगी

नई दिल्ली. जॉनसन एंड जॉनसन 2023 तक पूरी दुनिया में अपने बेबी टैल्कम पाउडर को बेचना बंद कर देगी. जेएंडजे का टैल्कम पाउडर अमेरिका और कनाडा में साल भर पहले ही बंद हो चुका है. अब कंपनी टैल्क बेस्ड पाउडर की जगह कॉर्न स्टार्च बेस्ड पाउडर लाएगी.

दरअसल, दुनियाभर में दावे किए जाते रहे हैं कि इस बेबी पाउडर के इस्तेमाल से कैंसर होने का खतरा रहता है. कैंसर की आशंका वाली रिपोर्ट सामने आने के बाद प्रोडक्ट की बिक्री में भी भारी गिरावट दर्ज की गई थी. हालांकि कंपनी ने हमेशा इस पाउडर को सेफ बताया.

टैल्क क्या होता है?

टैल्क एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला मिनरल है, जो पृथ्वी से निकाला जाता है. इसमें मैग्नीशियम, सिलिकॉन, ऑक्सीजन और हाइड्रोजन होता है. रासायनिक रूप से, टैल्क एक हाइड्रोस मैग्नीशियम सिलिकेट है, जिसका* कॉस्मेटिक्स और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स में टैल्क का इस्तेमाल होता है. इसका इस्तेमाल नमी को सोखने के काम आता है. टैल्क से कैंसर के खतरे के आरोप लगते रहे हैं. दरअसल, जहां से टैल्क को माइन करके निकाला जाता है, वहीं से एस्बेस्टस भी निकलता है. एस्बेस्टस (अभ्रक) भी एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला सिलिकेट मिनरल है, लेकिन इसका एक अलग क्रिस्टल स्ट्रक्चर होता है. ये शरीर को नुकसान पहुंचाता है. जब टैल्क की माइनिंग की जाती है तो उसमें एस्बेस्टस के भी मिलने का खतरा रहता है.

कंपनी पाउडर को सेफ बता रही

कंपनी ने खुद भी अपने पाउडर पर रिसर्च की और दावा किया कि उसका बेबी टैल्कम पाउडर सेफ है. जेएंडजे (जॉनसन एंड जॉनसन) ने गुरुवार को कहा कि उसने अपने सभी बेबी पाउडर प्रोडक्ट में टैल्कम पाउडर के बजाय कॉर्नस्टार्च का उपयोग करने के लिए कॉमर्शियल डिसीजन लिया है.

कंपनी को पेमेंट करने के लिए मजबूर किया जा रहा

कोर्ट फाइलिंग में, जेएंडजे के लॉयर ने बताया है कि कंपनी पिछले पांच साल में सिर्फ मुकदमों में 1 बिलियन डॉलर (करीब 7968 करोड़ रुपए) से ज्यादा पेमेंट कर चुकी है. कंपनी के बैंकरप्सी की फाइलिंग के मुताबिक, सेटलमेंट के मामलों को सुलझाने के लिए अब तक करीब 3.5 बिलियन डॉलर (28 हजार करोड़ रुपए) का पेमेंट करने के लिए मजबूर किया गया है. सेंट लुइस में राज्य की कोर्ट के बाहर 2018 के जूरी के फैसले ने जेएंडजे को उन 20 महिलाओं को 2.5 बिलियन डॉलर (20 हजार करोड़ रुपए) का पेमेंट करने के लिए मजबूर किया, जिन्होंने अपने ओवरी के कैंसर के लिए इसके बेबी पाउडर को टारगेट किया था. मिसौरी सुप्रीम कोर्ट और यूएस सुप्रीम कोर्ट दोनों ने फैसले को पलटने से इनकार कर दिया.

1894 से बिक रहा है पाउडर

1894 से बेचा जा रहा जॉनसन बेबी पाउडर फैमिली फ्रेंडली होने की वजह से कंपनी का सिंबल प्रोडक्ट बन गया था. 1999 से कंपनी की इंटरनल बेबी प्रोडक्ट डिवीजन इसका मार्केटिंग रिप्रेजेंटेशन करती थी.
Source : palpalindia

यह समाचार पढिए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Live TV