मटकी से पानी पीने पर दलित युवक को बुरी तरह से पीटा, भागकर बचाई जान

जैसलमेर. राजस्थान में एक बार फिर एक दलित युवक पर जानलेवा हमला (Lethal attack on Dalit youth) करने का मामला सामने आया है. मारपीट के शिकार हुये जैसलमेर (Jaisalmer) के दलित युवक का आरोप है कि उसने एक दुकान के बाहर रखी मटकी से पानी पी लिया था. इस पर वहां मौजूद करीब आधा दर्जन लोगों ने उसे लाठियों और सरियों से जमकर पीटा. युवक का अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर उसके बयान ले लिये हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है. फिलहाल इस संबंध में किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. मामला जैसलमेर के मोहनगढ़ थाना इलाके का है.
मोहनगढ़ थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि डिग्गा निवासी चतुराराम मेघवाल ने इस संबंध में मामला दर्ज करवाया है. उसने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि वह बीते मंगलवार रात करीब 8 बजे अपने खेत से बाइक पर अपनी पत्नी के साथ गांव आ रहा था. इस दौरान गांव में ही एक दुकान पर सामान लेने के लिए रुक गया था. सामान लेने के बाद दुकान के बाहर रखी मटकी से पानी पी लिया. पीड़ित का आरोप है कि उस समय दुकान पर खड़े जितेन्द्र सिंह, चतुर सिंह, तनेराव सिंह, विक्रम सिंह और देवी सिंह आदि ने उसे जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते हुए हमला कर दिया.
आरोपियों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज
वह भागने लगा तो सभी ने पकड़कर पीटना शुरू कर दिया. सरिए से वार करने पर उसके कान के पीछे गहरी चोट आई. उसकी पत्नी और पूनम सिंह ने बीच-बचाव कर उसको बचाया. हमले में उसके सिर, पीठ और पंसलियों में गहरी चोट आई है. बाद में उसे एम्बुलेंस से मोहनगढ़ के अस्पताल पहुंचाया गया. वहां पर डॉक्टर्स ने उसका इलाज शुरू किया. पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज किया है. मामले की जांच एससी-एसटी सेल जैसलमेर के पुलिस उपाधीक्षक अशोक चांदना को सौंपी गई है.
जालोर मामले में खूब गरमाई थी राजनीति
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों जालोर के एक निजी स्कूल में एक दलित छात्र की पिटाई कर दी गई थी. उसमें छात्र के गंभीर चोटें आई थी. इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई थी. उस मामले में भी छात्र के परिजनों ने आरोप लगाया था कि टीचर की मटकी से पानी पीने पर उसे पीटा गया था. इस मामले में राजस्थान में कई दिनों तक राजनीति गरमाई हुई रही थी.
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