दुष्कर्म पीड़िता को न्याय मिलने में लग गये २८ साल, अब बेटे को मिला पिता का नाम

शाहजहांपुर । उप्र के शजहांपुर में 12 साल की उम्र में एक युवती सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुयी थी। उक्त घटना से युवती गर्भवती हो गयी और उसने 13 साल की उम्र में एक बच्चे को जनम दिया। जब बेटा बड़ा हो गया तब उसने माँ से पिता के बारे में जानकारी मांगी पता न चलने पर वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने डीएनए टेस्ट का आदेश दियारिपोर्ट पॉजिटिव आई और एक आरोपी गुड्ड को गिरफ्तार कर लिया गया है। उक्त घटना 1994 की है जब पीड़िता अपनी बहन के साथ रह रही थी।उसी मोहल्ले में रहने वाले आरोपियों ने घर में घुसकर किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने 113 साल की उम्र में एक बच्चे को जन्म दिया और परिवार ने बच्चा दूसरे व्यक्ति को दे दिया। परिवार रामपुर चला गया।बाद में पीड़िता की शादी दूसरे व्यक्ति से हो गई, लेकिन जब उसे सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बारे में पता चला (शादी के 10 दस साल बाद) उसने उसे तलाक दे दिया।इसी बीच उसका बेटा बड़ा हो गया और वह उससे मिलने आया। उसने अपने पिता के बारे में पूछताछ की। इसके बाद पीड़ित ने अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिसने डीएनए परीक्षण का आदेश दिया। दुष्कर्म की शिकार किशोरी को इंसाफ मिलने में 28 साल का लम्बा वक्त लग गया। 28 साल बाद अब कहीं जाकर उसके बेटे को पिता का नाम नशीब हुआ।