कुश्ती महासंघ की निगरानी समिति की प्रमुख बनीं मैरी कॉम

नई दिल्ली। विश्व चैंपियन महिला मुक्केबाज और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता एमसी मैरी कॉम भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के लिए सरकार द्वारा नियुक्त पांच सदस्यीय निगरानी समिति की अध्यक्षता करेंगी, जिसमें ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त और भारत की पूर्व बैडमिंटन स्टार तृप्ति मुर्गुडे प्रमुख सदस्य होंगी। केंद्रीय खेल और युवा मामलों के मंत्री, अनुराग ठाकुर ने सोमवार को निगरानी कमेटी की संरचना की घोषणा की, जिसमें टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के पूर्व सीईओ कैप्टन राजगोपालन और साई की पूर्व कार्यकारी निदेशक (टीम) राधिका श्रीमन भी शामिल होंगी। मुर्गुडे सरकार के मिशन ओलंपिक सेल की सदस्य हैं।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को मीडिया से कहा, “जैसा कि मैंने पहले घोषणा की थी, निरीक्षण समिति न केवल डब्ल्यूएफआई के दिन-प्रतिदिन के कामकाज को देखेगी, बल्कि पहलवानों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों की भी जांच करेगी और एक रिपोर्ट पेश करेगी।”
ओलंपियन बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, रवि दहिया और दीपक पुनिया के नेतृत्व में पहलवानों के एक समूह के धरने पर बैठने के बाद खेल मंत्री ने शनिवार को डब्ल्यूएफआई की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को संभालने के लिए निगरानी समिति के गठन की घोषणा की थी। जंतर-मंतर पर डब्ल्यूएफआई द्वारा प्रशासन के कुप्रबंधन और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष द्वारा महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न सहित कई अनियमितताओं का आरोप लगाया। वहीं, सरकार ने डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर को भी निलंबित कर दिया।
सोमवार को अनुराग ने बताया कि बृज भूषण शरण सिंह को निगरानी कमेटी की जांच पूरी होने तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के रूप में काम करना बंद करने के लिए कहा गया है। उन्हें कहा गया कि वह डब्ल्यूएफआई के दिन-प्रतिदिन के कामकाज में हस्तक्षेप न करें।
राष्ट्रीय राजधानी में अनुराग ठाकुर के आवास पर दूसरी बैठक के बाद शुक्रवार देर शाम भारतीय पहलवानों ने अपना विरोध प्रदर्शन बंद कर दिया था।
बैठक आधी रात के बाद तक चली, जिसके बाद पहलवान बजरंग पुनिया ने मीडिया को घोषणा की थी कि अन्य पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन के बाद विरोध प्रदर्शन बंद कर रहे हैं।
डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न, स्पॉन्सरशिप फंड गबन और एथलीटों के कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए पहलवान बुधवार से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।