गाम्बिया में कफ सिरप से हुई बच्चों की मौत के मामले में केंद्र सरकार ने भारतीय कंपनी को दी क्लीन चिट

दिल्ली. अफ्रीकी देश गाम्बिया में कथित रूप से भारतीय कफ सिरप पीने से हुई 70 बच्चों की मौत के मामले में केंद्र सरकार ने कफ सिरप बनाने वाली कंपनी को क्लीन चिट दे दी है. भारतीय कंपनी मेडन फार्मा को गुरुवार को केंद्र सरकार की तरफ से कथित रूप से बच्चों की मौत के मामले में क्लीन चिट दे दी गई है. केंद्र सरकार ने कहा है कि मेडन फार्मा का सिरप स्टैंडर्ड क्वालिटी का है और इसमें किसी तरह की मिलावट नहीं पाई गई है. यह जानकारी केंद्र सरकार की तरफ से राज्यसभा में दी गई है.
गौरतलब है कि मेडन फार्मा पर उस वक्त सवाल उठे जब अफ्रीका के गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत हो गयी और आरोप लगे कि मेडन फार्मा के कफ सीरप पीने से इन बच्चों की मौत हुई है. केंद्र सरकार ने राज्यसभा मे जवाब देते हुए कहा कि जांच में मेडन फार्मा के कफ सिरप में कोई खामी नहीं पायी गयी है. अफ्रीका के गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत की खबर सामने आने के बाद केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉ वाई के गुप्ता की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था.
चार सदस्यीय समिति में चिकित्सा संबंधी स्थायी राष्ट्रीय समिति के उपाध्यक्ष डॉ वाईके गुप्ता, पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान की डॉ प्रज्ञा डी यादव, नयी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के महामारी विज्ञान विभाग की डॉ आरती बहल और सीडीएससीओ के एके प्रधान शामिल थे. भारत में निर्मित चार कफ सिरप से गाम्बिया में संभावित रूप से 66 बच्चों की मौत के मामले पर विश्व स्वास्थ्य संगठन से प्राप्त विवरण और प्रतिकूल घटना रिपोर्ट की जांच के लिए सरकार ने विशेषज्ञों की चार सदस्यीय समिति का गठन किया था.
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