मध्यप्रदेश के इन पर्यटन स्थलों में जाने पर हो सकती है छह महीने की सजा, जानिए क्यों लगाई गई है रोक

भोपाल
बारिश के दिनों में बड़ी संख्या में लोग राजधानी भोपाल से 70 किमी दूर स्थित अमरगढ़ वाटर फॉल का दीदार करने पहुंचते हैं, लेकिन अब इस पर्यटन स्थल की सैर करना आपको मुश्किल में डाल सकता है। अमरगढ़ फॉल और दिगंबर फॉल जाने पर अब पर्यटकों को छह महीने सजा हो सकती है। सीहोर जिला प्रशासन ने इसके लिए तैयारी कर ली है। वन विभाग की तरफ से सोमवार को एक प्रस्ताव बनाकर एसडीएम बुधनी को भेजा गया है।
एसडीएम बुधनी राधेश्याम बघेल ने बताया कि प्रस्ताव अभी मिला नहीं है। लेकिन जैसे ही प्रस्ताव मिलेगा और उसमें जो स्थान वन विभाग ने दर्ज किए होंगे। वहां धारा 144 लागू की जाएगी और उल्ल्घंन करने वालों के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत 6 महीने की सजा या जुर्माने का प्रावधान है।
दरअसल हाल ही में 100 पर्यटक अमरगढ़ वाटर फॉल में एक बरसाती नाले में बाढ़ आने से फंस गए थे। जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बचाया गया था। इस घटना के बाद भोपाल, रायसेन और सीहोर जिलों के पिकनिक स्पॉट पर सख्ती की गई है। अमरगढ़ फॉल में भी शनिवार और रविवार को रेंजर रामकुमार के नेतृत्व में करीब 20 लोग की टीम तैनात रहेगी।
राजधानी भोपाल के केरवा डैम में बारिश के दिनों में बड़ी संख्या में लोग घूमने आते हैं और अक्सर कई लोग हादसे का शिकार भी हो जाते हैं, जिसके चलते यहां भी सख्ती बरती जा रही है। भोपाल डीएफओ आलोक पाठक ने जानकारी दी कि केरवा पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है। यहां दिनभर गार्ड तैनात रहते हैं। शाम 4 बजे के बाद यहां जाने पर रोक है। रातापानी एसडीओ के अनुसार दूध झरना और भदभदा झरना पर भी आधा दर्जन गार्ड तैनात किए गए हैं।
credit-amarujala.com