नेशनल इंजीनियर दिवस पर तपोवन कॉम्पलेक्स में ब्रह्मकुमारीज द्वारा आयोजित किया गया सेमिनार

वैढ़न,सिंगरौली। ब्रह्मकुमारीज तपोवन कॉन्प्लेक्स में 15 सितंबर नेशनल इंजीनियर दिवस के उपलक्ष में आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर श्रंखला के तहत इंजीनियर के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया। ब्रह्माकुमारी की साइंटिस्ट, इंजीनियर एंड आर्किटेक्ट विंग के अंतर्गत यह सेमिनार प्रस्तावित किया गयाद्य जिसका मुख्य विषय एनहनसिंग द क्वालिटी ऑफ लाइफ था।
कार्यक्रम में विभिन्न संस्थाओं एनटीपीसी, रिलायंस पावर, एनसीएल, यूपीएल से इंजीनियरिंग एवं आर्किटेक्ट क्षेत्र के अधिकारियों ने कार्यक्रम में भाग लियाद्य मुख्य अतिथि श्री जितेंद्र प्रसाद जी एडिशनल वाइस प्रेसिडेंट रिलायंस पावर प्रोजेक्ट, श्री निशांत गुप्ता जी असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट रिलायंस पावर, राकेश श्रीवास्तव जी एडिशनल वाइस प्रेसिडेंट रिलायंस पावर, श्री वी. महातो जी सीनियर मैनेजर एनसीएल अमलोरी, श्री आशुतोष अरोड़ा एनटीपीसी विंध्यनगर से उपस्थित थे।
दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया सर्वप्रथम सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या भारत के एक प्रख्यात इंजीनियर रहे हैंद्य उनकी उपलब्धियों और सफलताओं को याद किया गयाद्य सर विश्वेश्वरय्या जी का जन्म दिवस अभियंता दिवस के रूप में मनाया जाता हैद्य इसमें साइंटिस्ट इंजीनियर एंड आर्टिस्टिक विंग की विभिन्न कॉन्फ्रेंसेस एवं सेमिनार्स का विवरण भी किया गया।
रिलायंस पावर से जितेंद्र प्रसाद जी ने डीलिंग विद अंसरटैनिटी इन माय प्रोफेशन विषय पर अपने विचार सभी के साथ शेयर किए। किस तरह की चैलेंज इंजीनियरिंग क्षेत्र में आते हैं और उनके क्या निवारण हो सकते हैं। उस पर अपने विचार रखेद्य उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग मे सॉल्यूशन ओरिएंटेड अप्रोच बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने अपनी आध्यात्मिक यात्रा का अनुभव भी सांझा कियाद्य मेडिटेशन इंजीनियरिंग फील्ड में कितना महत्वपूर्ण है वह भी सभी को बताया।
राजयोगिनी बीके शोभा दीदी ने इंजीनियर दिवस की सभी को शुभकामनाएं दी। सेमिनार के विषय एनहनसिंग द क्वालिटी ऑफ लाइफ पर विचार विमर्श किए। उन्होंने कहा कि आज के समय हम भौतिक वस्तुओं पर संपूर्ण रुप से निर्भर ना होद्य बल्कि जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए व्यक्ति का मनोबल मजबूत होना चाहिए। भौतिक सुख हमें कभी स्थाई खुशी नहीं दे सकते। आज के समय में मन को नियंत्रित करना अति आवश्यक है विभिन्न प्रविधियां के द्वारा हम नियंत्रित हो सकते हैं परंतु राजयोग मेडिटेशन एक ऐसी विधि है जिससे मन को नियंत्रित, शांत, सुदृढ़ बनाना बहुत सहज हैं। कार्यक्रम के अंत में सभी को राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास कराया गयाद्य ब्रह्माकुमारी मे मेडिटेशन रिट्रीट का लाभ सभी नियमित रूप से कैसे ले सकते हैं उसका विवरण भी किया गयाद्य अंत में सभी को ब्रह्माकुमारीज का आध्यात्मिक साहित्य एवं पत्रिका वितरित की गई। सभी ने ब्रह्मा भोजन भी ग्रहण किया।