मध्य प्रदेश

शोर शराबा व लुभावने वादों के साथ चुनाव प्रचार चरम पर

नगर परिषद चुनाव

काल चिंतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली। बरगवां नगर परिषद में चुनावी शोर अब चरम पर है। लुभावने वायदों के साथ परिषद के पंद्रहों वार्ड प्रत्याशी घूम रहे हैं। अच्छा विकास, अच्छी सुविधा देने के वायदों से पूरा बरगवां नगर गुंजायमान हो गया है।

बरगवां नगर परिषद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी, कांगे्रस पार्टी एवं कम्यूनिष्ट पार्टी के नुमाइंदे ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। हरिजन बस्ती से लेकर अन्य सामान्य बस्तियों तक मेले जैसा दृश्य दिखायी दे रहा है। बड़े-बड़े वाहन, आटो टैम्पू, पैदल चुनाव प्रचार किया जा रहा है। सरई तथा बरगवां नगर परिषद का चुनाव जिले में पहली बार हो रहा है। नगर परिषद के चुनाव में जितने भी प्रत्याशी खड़े हुये हैं अमूमन राजनीति से परे साधारण प्रत्याशी हैं। सरई तथा बरगवां ग्रामीण इलाका कहा जाता है जहां सरकार ने नगर परिषद की स्थापना की है। नगर निगम सिंगरौली के चुनाव में महापौर प्रत्याशी के पद पर परास्त हुयी भारतीय जनता पार्टी नगर परिषद के चुनाव में कोई कोताही करने के पक्ष में नहीं है। जिले के संगठन के सारे पदाधिकारियों को सरई तथा बरगवां में तैनात कर दिया गया है। चुनाव के संयोजक के रूप में नगर निगम के अध्यक्ष देवेश पाण्डेय को तैनात किया गया है। गत एक महीने पूर्व से भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी की चहलकदमी देखने लायक है। बरगवां में नगर निगम की महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल की ससुराल है। इनके परिवार का लम्बे समय से बरगवां के कुछ क्षेत्रों में वर्चस्व है। आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने बताय कि उन्हें उम्मीद है कि पंद्रह वार्डों में सात से आठ प्रत्याशी आम आदमी के विजयी होंगे। यही दावा भाजपा के सूत्रों से भी सुनने को मिल रहा है। भारतीय कम्यूनिष्ट पार्टी के का. संजय नामदेव ने कहा कि उनके भी प्रत्याशी मैदान में हैं। वार्ड क्रमांक ६,७, ८ से उनकी जीत सुनिश्चित है। भाकपा के जुझारू नेता संजय नामदेव का गृह नगर भी बरगवां ही है। ऐसी हालत में उनके प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता।
नगर निगम की महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल ने अपनी पुत्रवधु श्रीमती रितु अग्रवाल को वार्ड क्रमांक ८ से खड़ा किया है। भाजपा देवसर के विधायक श्री सुभाष वर्मा की भाभी श्रीमती प्रमिला देवी भी चुनाव के मैदान में हैं। अब आम आदमी पार्टी तथा भाजपा के दो पदाधिकारियों की प्रतिष्ठा इस चुनाव में दांव पर लगी हुयी है।

क्षेत्र में ऐसी भी चर्चा है कि आम आदमी पार्टी तथा भाजपा के बीच अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद को लेकर कोई समझौता किया गया है। जिसमें भाजपा की उम्मीदवार को अध्यक्ष तथा आप के उम्मीदवार को जीतने के बाद उपाध्यक्ष बनाने की बात सुर्खियों में है। बरगवां नगर परिषद के चुनाव में कांग्रेस की स्थिति बहुत पतली बतायी जा रही है। २५ तारीख की शाम तक चुनाव प्रचार बंद हो जायेगा। २७ के मतदान होना तय है। इस बीच नगर परिषद के इस चुनाव में ऊंट किस करवट बैठेगा यह कहना मुश्किल है फिर भी जानकारों का मानना है कि इस चुनाव में निर्दल उम्मीदवारों का दबदबा समीकरण पर भारी पड़ सकता है।

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