निगाही में अचानक नीम के पेड़ से गिरने लगा दूध जैसा पदार्थ
लोगों ने आस्था से जोड़कर माना माता का चमत्कार, बड़ी संख्या में पहुंचकर लोग कर रहे पूजा

वैढ़न,सिंगरौली। कभी कभी पेड़ पौधों में अचानक अजीब दृश्य देखने को मिलता है। इस बदलाव को लोग प्राकृतिक करिश्मा मानकर आस्था के साथ जोड़ देते हैं। इस दृश्य को देखने वालों की भीड़ लगने लगती है। इसी तरह का एक नजारा शनिवार को सिंगरौली जिले के निगाही में देखने को मिला। जब एक नीम के पेड़ से दूध जैसा पदार्थ निकलते दिखा। ऊपर की टहनी से निकलकर तना के सहारे यह पदार्थ जमीन पर जमा हो रहा है। इसकी जानकारी मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण इस दृश्य को देखने के लिए इक_ा हो गए।
लोगों के लिए यह कौतूहल का विषय बना हुआ है। लोग इसे दैविक चमत्कार मान कर आस्था से जोड़ रहे हैं। पूजा पाठ करने की बात कर रहे हैं। कोई इसे कई रोगों की अचूक दवा बता रहे हैं। बर्तन में भरकर घर ले जा रहे हैं। लेकिन कृषि वैज्ञानिक इसे पौष्टिक तत्वों की कमी के कारण उत्पन्न समस्या बता रहे हैं। नीम के पेड़ को देखने के लिए काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ लग रही है। नीम के पेड़ को देखने के लिए रविवार को भी काफी लोग जुटे। वैसे भी नीम का पेड़ देवी का प्रिय माना जाता है। इससे निकलते पदार्थ को लोग देवी का प्रसाद मानकर घर ले जा रहे हैं।
इस संबंध में कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि जड़ से पूरे वृक्ष को पौष्टिक तत्व मिलता है। जाइलम द्वारा पौष्टिक तत्व को तना तक पहुंचाया जाता है। वहां से फ्लोएम द्वारा पेड़ की टहनियों व पत्तियों तक इसे पहुंचाने का कार्य किया जाता है। कोशिकाओं द्वारा यह कार्य संपन्न की जाती है। जाइलम के फटने के कारण नीम के पेड़ से दूध जैसा तरल पदार्थ निकल रहा है। स्टेप्लोसाइक्लीन व आक्सिक्लोराइड का घोल बनाकर छिड़काव करने से इस समस्या का समाधान हो जाएगा। जहां से या पदार्थ निकल रहा है वहां कॉपर आक्सिक्लोराइड का लेप करने से लाभ होगा।
स्थानीय लोगों की मानें तो इस पेड़ की पूजा कई साल से हो रही है। पेड़ से दूध निकलना सीतला माता का प्रसाद और चमत्कार है। इससे सभी रोग दूर हों जाते हैं। दूर-दूर से लोग चलकर नारियल और पूजा-पाठ की सामग्री लेकर पूजा कर रहे हैं। स्थानीय लोगों की माने तो इस पेड़ के नीचे पहले भी इस तरह के कई चमत्कार हो चुके हैं। इससे लोग यही समझ रहे हैं कि यह शीतला माता का चमत्कार है।