शिक्षा विभाग: पोर्टल पर अभी भी मरे हुये का नाम दर्ज
तीन शिक्षकों के सहारे चल रहा करामी जूनियर हाईस्कूल

वैढ़न,सिंगरौली। सिंगरौली जिले के करामी ग्राम पंचायत अंतर्गत संचालित जूनियर हाईस्कूल करामी मात्र दो रेगुलर एवं एक अतिथि शिक्षक के सहारे चल रहा है। कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यालय में तकरीबन दो सौ छात्र-छात्राओं का जीवन मात्र तीन शिक्षकों के हवाले है। विद्यालय सूत्र के अनुसार उक्त विद्यालय में छ: शिक्षकों की दरकार है परन्तु एक हेड मास्टर सहित तीन शिक्षक छ: विषयों का ज्ञान बच्चों को कैसे दे रहे हैं, यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
विद्यालय में शिक्षकों की कमी के अतिरिक्त मूलभूत सुविधाओं का भी आभाव है। विद्यालय में बिजली नहीं है, कक्षाओं में अंधेरे के साथ पठन-पाठन चल रहा है। बिजली न होने के कारण शौचालय में लगी टंकियां खाली रहती हैं। हैण्ड पाईप भी थोड़ा-थोड़ा पानी देता है। विद्यालय के प्राथमिक शिक्षक श्री सिंह ने बताया कि इस हैण्डपम्प के पानी को बोतल में भरकर रख दिया जाये तो उसका कलर बदल जाता है। यह पीने योग्य पानी नहीं है। बिजली न रहने से मोटर भी नहीं चलता जिससे टंकियां खाली रहती हैं और शौचालय प्राय: बंद रहते हैं जिसके कारण विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रही छात्राओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हैरतंगेज यह है कि उक्त विद्यालय से एक शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जीवित हैं और दूसरे शिक्षक का सेवा निवृत्त के बाद देहावसान हो गया है लेकिन शिक्षा विभाग के पोर्टल में उनका नाम दर्ज है। इसलिए शिक्षा पोर्टल में शिक्षकों की संख्या तीन की जगह पंाच परिलक्षित होती है और यहां पर नतीजतन विभाग इस विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं कर रहा है। तत्संबंधी जानकारी संकुल प्राचार्य तथा जिला शिक्षा अधिकारी को भी कई बार दी जा चुकी है लेकिन आज तक पोर्टल से उक्त दोनों शिक्षकों का नाम नहीं हटाया गया। जूनियर हाईस्कूल करामी में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों का भविष्य अंधकारमय है। पदस्थ शिक्षकों ने तुरंत सार्थक पहल की अपील की है।