भ्रष्टाचार की काली छाया ने एनसीएल महाप्रबंधक को घेरा

काल चिंतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली। भ्रष्टाचार की काली छाया ने आखिर एनसीएल के महाप्रबंधक कार्मिक को घेर ही लिया। सीबीओ एवं सीबीआई की एग्रीड लिस्ट में उनका नाम दर्ज हो गया। जैसे ही जांच एजेंसियों ने इनको घेरा एनसीएल के सीएमडी ने इनके पास रहे कई विभागों को भी छीन लिया।
सूत्र बताते हैं कि एग्रीड लिस्ट वह सूची होती है जो सीबीआई एवं एनसीएल की सीबीओ की आपसी सहमति से बनती है। इसमें उन अधिकारियों का नाम होता है जो भ्रष्टाचार के लिए सस्पेक्टेड होते हैं। सूत्रों की मानें तो एनसीएल के महाप्रबंधक कार्मिक चार्ल्स जस्टर इस लिस्ट में दर्ज हो गये हैं।
बताते चलें कि विगत महीनों महाप्रबंंधक कार्मिक एनसीएल मुख्यालय श्री जस्टर एनसीएल में भर्तियों को लेकर एवं अन्य कई मामलों को लेकर सुर्खियों में थे। मीडिया ने भी इनका नाम उछाला था। भर्तियों के अभ्यर्थियों ने भी कोर्ट में जाकर इन्हें चुनौती दी थी। हालांकि कोर्ट से इन्हें क्लीन चिट मिली थी लेकिन श्री जस्टर एनसीएल मुख्यालय में जब से पदस्थ हुये हैं तबसे चर्चाओं में हैं। पिछले दिनों सीबीओ एवं सीबीआई की एग्रीड लिस्ट में इनका नाम दर्ज हो गया है।
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छीने गये प्रमुख विभाग
एनसीएल मुख्यालय में पदस्थ होने के बाद से अभी तक एनसीएल के सुरक्षा विभाग का प्रभार श्री चार्ल्स जस्टर के पास था। यह विभाग अब एनसीएल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी श्री बी के सिंह के अधिकार में दे दिया गया है। कई बार खबरे भी आती रहीं कि जिन मापदण्डों पर एनसीएल की प्राईवेट सिक्योरिटी को काम करने के निर्देश दिये गये थे उन मापदण्डों को बहुधा एनसीएल की प्राईवेट सुरक्षा एजेंसियां लांघ जाया करती थी। शिकायत यह भी थी कि जीएम महोदय मनचाही सुरक्षा एजेंसियों को मनचाहे जगहों पर तैनात करवाते थे और अनचाही एजेंसियों को दण्डित भी करते थे जबकि जिन मुद्दों पर एजेंसियां दण्डित होती थी उन्हीं मुद्दों पर अन्य एजेंसियां भी कार्यरत रहती थी। जबकि एनसीएल में सिक्योरिटी के महाप्रबंधक पद पर श्री बी के सिंह पदस्थ हैं फिर भी यह विभाग चार्ल्स जस्टर के तहत काम कर रहा था। इस विभाग के संचालन की जिम्मेदारी सीएमडी एनसीएल द्वारा मुख्य सुरक्षाअधिकारी एनसीएल श्री बी के सिंह को सौंप दी गयी है।
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रिक्रूटमेंट एवं मैन पावर विभाग भी लिये गये
सीएमडी श्री पी के सिन्हा के जमाने में महाप्रबंधक चार्ल्स जस्टर की तुती बोलती थी। भर्ती, मैन पॉवर जैसे महत्वपूर्ण विभाग भी इन्हीं के प्रभार में थे। एग्रीड लिस्ट में नाम आने के बाद इनके ये विभाग भी छीन लिये गये और श्री रमेश सिंह महाप्रबंधक कार्मिक को संचालन के लिए दे दिये गये। भर्ती के मामले में भी श्री चार्ल्स जस्टर काफी चर्चाओं में थे।