उर्जा, जल संरक्षण एवं वन्य प्राणी सुरक्षा की कार्यशाल अटल सामुदायिक भवन बिलौजी मे हुई आयोजित

वैढ़न, सिंगरौली। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के 6 वे दिवस अटल सामुदायिक भवन बिलौजी में सिंगरौली विधानसभा के विधायक श्री राम लल्लू बैस के मुख्य अतिथि एवं देवसर विधान सभा के विधायक श्री सुभाष रामचरित बर्मा, कलेक्टर श्री राजीव रंजन मीना, नगर निगम अध्यक्ष देवेश पाण्डेय, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी साकेत मालीवय के उपस्थित में दीप प्रज्जवलन कर उर्जा, जल संरक्षण एवं वन्य एवं वन्य प्राणी संरक्षण की कार्यशाला का सुभारंभ किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुये सिंगरौली विधायक श्री वैश्य ने कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के द्वारा प्रति दिवस पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधारोपण किया जा रहा है। वही जल संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा अनेक अभिनव पहल किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार के द्वारा पानी रोको अभियान मढ़ बंधन, छोटे डैम बनाकर जल संरक्षण का अभिनव प्रयास किया जा रहा है। उन्होने उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुये कहा उर्जा का संरक्षण करना हम सब का दयित्व है आवश्यकता अनुसार की उर्जा का उपयोग करे। ऐसे वन जहा पर वृक्षो का आभाव है वहा पर अधिक से अधिक पौधारोपण किया जाये ताकि वन के साथ साथ वन्य प्राणियो का भी संरक्षण किया जा सके। उन्होने जिले के के नागरिको से आग्रह किया कि प्रत्येक नागरिक अपने सुभ अवसरो पर कम से कम एक वृक्ष लगाये एवं जल संरक्षण हेतु अपनी आवश्यकता के अनुसार ही जल का उपयोग कर उसके संरक्षण में अपनी भूमिका निभाये।
कार्यशाला को संबोधित करते हुये विधायक श्री बर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित तीनो विंदु उर्जा बचत, जल संरक्षण एवं वन्य एवं वन्य प्राणी संरक्षण में अपना सहयोग देने हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है। हम सब को मिलकर अपने प्रदेश को खुशहाल प्रदेश बनाने के लिए सभी नागरिक अपने सुभ अवसरो पर कम से कम एक वृक्ष जरूर लगाये। वही नगर निगम अध्यक्ष द्वारा आम नागरिको से जल संरक्षण, उर्जा सरंक्षण के साथ ही वन्य एवं वन्य प्राणी संरक्षण में अपने सहयोग देने का आग्रह किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुये कलेक्टर ने कहा कि हमारा जिला उर्जाधानी के रूप में पूरे विश्व मे विख्यात है। साथ ही हमारे जिले मे वन्य एवं जैव विविधता की भरमार है अब हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है कि पर्यावरण संरक्षण के साथ ही उर्जा, एवं जल सरंक्षण में अपना सहयोग करे। उन्होने कहा कि मानव जीवन के लिए उर्जा, जल, एवं वन्य वन्य प्राणियो का संरक्षण अति आवश्यक है इनके संरक्षण में ही मानवता का विकाश संभव है। उन्होने कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री जी द्वारा इन विषयो पर व्हीसी के माध्यम से निरंतर जानकारी ली जाती है। मेरे जिले के नागरिको से आग्रह है कि उर्जा, जल, वन्य एवं वन्य प्राणी संरक्षण में अपना सहयोग देकर जिले को इन तीनो माध्यमो में प्रदेश में अव्वल स्थान पर लाने का प्रयास करे।
उन्होने जिले नागरिको के साथ ही व्यापारियो सहित सम्पन्न व्याक्तियो से आग्रह किया कि अपने घरो मे एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानो मे शौर्य उर्जा का उपयोग कर पर्यावरण को सुद्ध एवं सुरंक्षित बनाने मे अपना सहयोग दे। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालयो , विद्यालयो के छात्र छात्राओ द्वारा भाषण प्रतियोगिता के दौरान उर्जा, जल एवं वन्य वन्य प्राणी सरंक्षण के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये गये। कार्यशाला के दौरान पार्षद संतोष साह, सीमा जयशवाल, आशीष वैश्य, अनिल वैश्य, कमलेश बर्मा, शिवकुमारी, श्यामला देवी, प्रेमसागर मिश्रा,राम गोपाल पाल, खुर्शिद आलम, रूकमुन देवी सहित अधीक्षण यंत्री आर.पी मिश्रा, कार्यपालन यंत्री अजीत सिंह बघेल, अवनीश सिंह, जल संरक्षण जी.एम सतीश गुप्ता, कार्यपालन यंत्री जे.एस बरकड़े, वन मण्डल एसडीओ एस.डी सोनवानी, पीएचई के सहायक यंत्री लवलेश राठौर, वरिष्ट समाजसेवी आर.डी पाण्डेय रीता सोनी आदि उपस्थित रहे।