हनुमानगढ़ हायर सेकेण्डरी स्कूल में योग्य शिक्षकों की कमी
सीधी।
शासकीय स्वर्गीय चंद्र प्रताप तिवारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हनुमानगढ़ योग्य शिक्षको की कमी से वर्षों से जूझ रहा है। यहा तक की स्कूल में प्राचार्य तक नहीं हैं ।माध्यमिक स्तर के शिक्षक को प्राचार्य बनाकर उसी के भरोसे पूरी विद्यालय और संकुल को चलाया जा रहा है। जिससे पूरी पढाई ठप्प पड़ गई है। गांव के ही युवा कांग्रेस नेता रामनारायण विश्वकर्मा ने बताया है कि स्कूल के हालात बहुत खराब है। भौतिकी रसायन जीव विज्ञान हिंदी अंग्रेजी गणित अर्थ शास्त्र राजनीति और कामर्स संकाय ही नहीं किसी भी विषय का शिक्षक स्कूल में उपलब्ध नहीं हैं। दो तीन शिक्षक थे जो अपना तबादला करवाकर दूसरे जगह जा चुके हैं।
पहली से आठवीं तक के छात्रों को गिनती और बारहखड़ी तक नहीं आती, शिक्षकों की कमी देखकर विद्यार्थी और अभिभावक दोनों अत्यंत परेशान हैं पालकों को अपने बच्चों का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है सरकार ने नई शिक्षा नीति लागू कर दिया है लेकिन विद्यालय में शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं पुरानी शिक्षा नीति में पढ़ने वाले बच्चे अचानक आई नई शिक्षा नीति का शिक्षकों के अभाव में अध्ययन कैसे कर पायेंगे एक समय था जब कांग्रेस की सरकार थी तब हनुमानगढ़ में शिक्षकों की कोई कमी नहीं थी जब से मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तभी से हनुमानगढ़ हायर सेकेण्डरी शिक्षकों की कमी से जूझ रही है जबकि हनुमानगढ़ में भाजपा के बड़े बड़े नेता हैं यहाँ तक की गांव के व्यक्ति ही भाजपा के विधायक भी हैं ऐसा लगता है उनका ध्यान गांव की शिक्षा को सुधारना नहीं बल्कि शिक्षा को बर्बाद करने की ओर है बडे़ बडे़ लोगों के बच्चे तो गांव में पढते नहीं उनके बच्चे सीधी रीवा भोपाल देहरादून यहाँ तक की दिल्ली और बैगलोर में पढ़ते हैं शायद यही कारण है की बडे़ लोगों का ध्यान स्कूल की तरफ नहीं जाता है स्कूल और संकुल में कुछ अतिथि शिक्षक रखे गये हैं लेकिन वो सब भाजपा नेताओं के सिफारिश से रखे गये हैं जो जाहिर सी बात है की सिफारिश वाले अतिथि शिक्षक कितने योग्य होंगे भगवान जाने विद्यालय के नाम के अनुरूप न तो विद्यालय में पठन पाठन होता है और ना ही विकास और न ही व्यवस्था है।
युवा कांग्रेस नेता रामनारायण विश्वकर्मा ने सरकार और प्रशासन एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से विद्यालय में अतिशीघ्र योग्य और नियमित शिक्षकों को पदस्थ करने एवं शीघ्र ही शिक्षा व्यवस्था सुधारने की मांग की है अन्यथा गांव और संकुल के अन्तर्गत आने वाले गांवों की जनता जनार्दन और अभिभावकों को लेकर एक बड़ा आंदोलन करने की बात कही है।