उप संचालक कृषि ने दी जिले में यूरिया एवं डीएपी के उपलब्धता की जानकारी
सीधी।
उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि जिले में रबी सीजन के लिए उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु कलेक्टर के निर्देशानुसार मार्कफेड के सभी तीनो विक्रय केन्द्रों मंे यूरिया 1359.295 मै.टन, डीएपी 377.760 मै.टन, कुल 1737.055 मै.टन उपलब्ध है साथ ही प्राथमिक सहकारी समिति के सभी 54 केन्द्रों में यूरिया 356.365 मे.टन, डीएपी 212.800 मै.टन, निजी विक्रेताओं के कुल 79 केन्द्रों में यूरिया 607.285 मै.टन, डीएपी 67.150 मै.टन उपलब्ध है। इस प्रकार जिले में कुल यूरिया 2322.945 मै.टन, डीएपी 657.710 मै.टन की उपलब्धता है। इसके अलावा जिले में डीएपी उर्वरक के विकल्प के रूप में विपणन संघ, समितियों एवं निजी विक्रेताओं के पास कुल 423.650 मै.टन एन.पी.के. उर्वरक भी उपलब्ध है, जिसमें एक ही उर्वरक से फसलों को नाइट्रोजन, फासफोरस एवं पोटास तीनों तत्व एक साथ प्राप्त हो जाते है, जिससे फसलो का उत्पादन भी अच्छा होता है। जिले में उर्वरक की कमी नही है। वर्तमान में किसानों के मांग अनुसार उर्वरक उपलब्ध हो रहा है साथ ही रीवा एवं बरिगवां रैकप्वाइंट से यूरिया एवं डी.ए.पी. जिले को प्राप्त हो रहा है, तथा जिले के तीनो मार्कफेड केन्द्रों पर उर्वरक कृषको को आसानी से प्राप्त करने हेतु निजी विक्रेताओं द्वारा काउन्टर लगाकर कृषको को उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु पर्चियां काटी जा रही है, जिससे किसानों को कम समय में उर्वरक प्राप्त हो सके।
उप संचालक कृषि द्वारा बताया गया कि शासन द्वारा जिले में यूरिया की 45 किग्रा. बैग की कीमत 266.50 रूपयें एवं डीएपी 1350.00 रूपयें प्रति बैग की दर से सभी विक्रय केन्द्रों पर उपलब्ध है। किसानों की सुविधा हेतु सभी विक्रय केन्द्रों पर उर्वरक की निर्धारित दर का बोर्ड भी प्रदर्शित किया जा रहा है। यदि कोई विक्रेता अधिक दर पर उर्वरक विक्रय करता है तो उसकी शिकायत कृषक अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं विकास खण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से कर सकते है।