मध्य प्रदेश
विश्व विकलांग दिवस पर जिला प्रशासन एवं इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित

सिंगरौली
दिनाँक 03 दिसंबर 2022 को विश्व विकलांग दिवस पर जिला प्रशासन एवं इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित किया गया , दिव्यांग बच्चों ने विभिन्न कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।*
विश्व विकलांग दिवस (3 दिसंबर) के अवसर पर जिला सिंगरौली में जिला प्रशासन एवं इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में आज चून कुमारी स्टेडियम, बैढन में कार्यक्रम आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
स्वागत गीत के पश्चात नेत्रहीन युवकों द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया। मानसिक रूप से कमजोर बालिकाओं द्वारा मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया। प्रतियोगिताओं की श्रेणी में दिव्यांग बच्चों ने जलेबी दौड़, नींबू चम्मच दौड़ तथा अन्य खेलों में भाग लिया। जिले के विभिन्न संस्थाओं के दिव्यांग बच्चों द्वारा विभिन्न कला प्रदर्शनी एवं खेल कूद तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपना प्रतिभा को प्रदर्शित किया ।
उक्त कार्यक्रम में रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा संचालित डीडीआरसी द्वारा दिव्यांगजनों के लिए कृत्रिम उपकरण, ऑडिओमेट्री मशीन, कान की जांच व मशीन तथा फिजियोथेरेपी विभाग का प्रदर्शन स्टाल लगाकर जागरूकता किया गया साथ ही दिव्यांगजनो का आंकलन कर उनका पंजीयन किया गया तथा उनके जरूरत के अनुसार उपकरण एवं सामग्री प्रदान किया गया । चिन्हित बधिर दिव्यांग एवं वृद्धजनों को कान की मशीन, बैशाखी, छड़ी, व्हील चेयर, एमएसआईडी किट तथा अन्य उपकरण प्रदान कराया गया।
सभी उपस्थित दिव्यांगों को दोपहर का भोजन तथा सभी दिव्यांगों को निःशुल्क उपहार स्वरूप कंबल वितरण भी किया गया ।
इस अवसर पर सिंगरौली विधायक श्री राम लल्लू वैश्य, जिला कलेक्टर श्री अरुण परमार , अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अनुराग मोदी,नगर निगम अध्यक्ष देवेश पांडेय, प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे ।
इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी सिंगरौली के चेयरमैन श्री एस डी सिंह, सचिव डॉ डी के मिश्रा, प्रबंध समिति सदस्य बबिता जैन, डीडीआरसी विभाग के कार्यकर्ता, दूर दराज से परिवार सहित आए दिव्यांग जन एवं मीडियाकर्मी मौजूद रहे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डीडीआरसी विभाग के कर्मियों, जिले के शिक्षा विभाग के शिक्षकों एवं जिले में एन जी ओ के माध्यम से संचालित विभिन्न संस्थाओं तथा उस संस्था में अध्ययनरत बच्चों के द्वारा अथक परिश्रम कर कार्यक्रम को सफल बनाया गया ।


