मापदण्डों को तॉक पर रखकर हो रहा है तेलाई से मकरोहर तक की सड़क का निर्माण
पानी का छिड़काव न होने से आस-पास के लोगों का हुआ जीना मुहाल

काल चिंतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली। एमपीआरडीसी द्वारा तेलाई मोड़ से छत्तीसगढ़ की सीमा मकरोहर तक लगभग २९ किलोमीटर की सड़क बनायी जा रही है। करोड़ो रूपये से निर्मित हो रही इस सड़क का शुभारंभ एक वर्ष पूर्व हुआ था। सड़क निर्माण को २०२२ के अंतिम महीने तक पूर्ण करना था। जबकि समय सीमा समाप्त होने के कुछ ही दिन शेष बचे हैं सड़क अभी शुरूआती दौर में ही है। अब तक सड़क में कहीं मिट्टी खुदाई चल रही है तो कहीं गिट्टी भराई का कार्य चल रहा है। सड़क की खुदाई अब तक तेलाई मोड़ से लेकर सिंगरौली हवाई पट्टी तक की गयी है। सड़क के आस-पास रहने वाले लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण में जमकर मनकों की अनदेखी की जा रही है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह रोड भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जायेगी।
सड़क के आस-पास रहने वाले ग्रामीणो का कहना है कि मानको को दरकिनार कर सड़क की नाम मात्र की खुदाई की जा रही है। मिट्टी के ऊपर गिट्टी बिछाकर जिस तरह से सड़क का निर्माण चल रहा है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस रोड में हैवी वाहन लगातार चलेंगे वहां यह सड़क कुछ ही महीनों में ध्वस्त हो जायेगी।
कलेक्टर, विधायक, सांसद के निर्देशों का खुला उल्लंघन
एमपीआरडीसी द्वारा ७९ करोड़ की लागत से बनने वाली २९ किलोमीटर की सड़क के शिलान्यास के दौरान पहुंची सांसद सीधी, विधायक सिंगरौल तथा कलेक्टर सिंगरौली द्वारा यह निर्देश दिया गया था कि गुणवत्तायुक्त सड़क का निर्माण हो जिससे लोगों को आगवामन में सहूलियत हो सके परन्तु जिस तरह से सड़क का निर्माण चल रहा है उससे तो यही कहा जा सकता है कि सांसद, विधायक तथा कलेक्टर के निर्देशों का खुला उल्लंघन किय जा रहा है। संविदा के अनुसार सड़क की चौड़ाई ११ मीटर की होनी चाहिए परन्तु सड़क में जहां रसूखदारों के घर या प्रतिष्ठान मौजूद हंै वहां सड़क की चौड़ाई कम कर दी गयी है। जबकि बाउण्ड्री सड़क के पचासा में बनाया गया है।
नहीं हो रहा पानी का छिड़काव, स्थानीय लोग हो रहे परेशान
एमपीआरडीसी द्वारा निर्मित की जा रही तेलाई से मकरोहर तक की सड़क में जब से कार्य प्रारंभ हुआ है तब से उक्त सड़क पर पानी का छिड़काव नहीं किया गया है। उक्त निर्माणाधीन सड़क पर लगातार हैवी वाहन चलते हैं जिस कारण धूल उड़ने से आस-पास के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क से लगातार उड़ते धूल के गुब्बार की वजह से लोगों को तरह तरह के एलर्जी सहित सांस की बीमारियों से प्रभावित हो रहे हैं।