हिंडालको महान को फिक्की एवार्ड समारोह में किया गया सम्मानित
हिंडालको महान द्वारा सी.एस.आर.विभाग के माध्यम से संचालित अक्षय घाट प्रोजेक्ट द्वारा किसानों को आजीविका देने के लिये किया गया सम्मान

सिंगरौली। हिंडालको महान ने उच्च गुणवत्ता के एल्युमिनिय उत्पादन के साथ साथ निगमित सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के लिये भी जाना जाता है,इसी कड़ी में हिंडालको महान के सी.एस.आर.विभाग द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के लिये किसानों की जमीनों को सिंचित करने के ब्यापक स्तर पर 30 से ज्यादा चेक डेमो का निर्माण कराया जिससे उनके खेतो को पानी मिल पाया और लोग पलायन के बजाय कृषि कौशल के प्रति लोगो ने अपनी रुचि दिखाना शुरू किया ,जिसका परिणाम है ग्राम ओड़गड़ी में संचालित बेटहाडाड़ की सब्जी मंडी जिसमे सब्जियों का भारी उत्पादन व विक्रय किया जा रहा है,सबसे ज्यादा लाभ ,बाघडीह,ओड़गडी,बेटहा डाड़,खेखड़ा गांव के लोगो को हुआ और किसानों ने इन चेक डेमो से सब्जियों के साथ साथ रवि,खरीफ में होने वाली बोआई की फसलों की खेती करके लाभ उठाया है। चेक डेम क्या होते हैं ,इसके बारे जानना जरूरी है,हिंडालको महान ने इन चेक डेमो को अक्षय घाट का नाम दिया और इस नाम से खेतों को पानी देने के लिये इस लघुबांध या ”चेकडैम” का निर्माण कराया।
चेक डेम मिट्टी, पत्थर या सीमेंट-रोड़ी का बना हुआ एक ऐसा अवरोध होता है, जिसे किसी भी झरने या नाले के जल प्रवाह की आड़ी दिशा में खड़ा किया जाता है। लघुबांध का प्रमुख उद्देशय मानसून की वर्षा का अतिरिक्त जल को बांधना होता है, ताकि वह काम आ सके। यह पानी बरसात के दौरान और उसके बाद भी इस्तेमाल हो सकता है और इसमें भूजल का स्तर बढ़ता है। यह जल-श्रोत मछली-पालन के लिए भी अतयन्त उपयोगी है।जहां तक लागत का सवाल है, लघुबांध बहुत सस्ता पड़ता है। कारण यह कि जहां बड़े बांधों द्वारा एक एकड़ जमीन सींचने में ज्यादा की लागत लगती है, वहीं लघुबांध से 5,000 से 8,000 रूपए में एक एकड़ की सिंचाई हो जाती है।किसी भी लघुबांध को बनाने से पहले ठीक जगह का चयन करना बेहद जरूरी है। सबसे पहले यह देखना होगा कि स्थान-विशेष में काफी मात्रा में बारिश का पानी खड़ा होगा कि नहीं। जल-एकत्रण क्षमता के साथ-साथ ढांचा ऐसा हो जो लम्बे समय तक पानी रोक सके। एकत्रित जल के दोनों ओर काफी मात्रा में खेती का इलाका होना चाहिए। अचानक बाढ़ आने से खेती के डूबने का कम से कम खतरा होना चाहिए।साथ ही इसको बनाने के फायदे इसकी लागत के कई गुना अधिक होने चाहिए।
हिंडालको महान द्वारा खेती से लोगो को लाभ पहुचाने व आजीविका प्रदान करने के लिये कौशल विकास और आजीविका श्रेणी के तहत अक्षय घाट परियोजना के लिए फिक्की सी.एस.आर. अवार्ड्स (2020-21) प्रशंसा पट्टिका देकर से सम्मानित किया गया है।यह पुरस्कार 12 दिसंबर 2022 को फेडरेशन हाउस नई दिल्ली में केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा और आदित्य बिड़ला सेंटर फॉर कम्युनिटी इनिशिएटिव्स एंड रूरल डेवलपमेंट की चेयरपर्सन श्रीमती राजश्री बिड़ला द्वारा प्रदान किया गया, हिंडालको महान यूनिट से इस पुरस्कार को यूनिट के मानव संसाधन प्रमुख बिश्वनाथ मुखर्जी व सी.एस.आर.प्रमुख संजय सिंह ने प्राप्त किया।