महिला एवं बाल विकास विभाग दलालों के हवाले

काल चिंतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली। एकीकृत महिला एवं बाल विकास योजना केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जो कि जिले में औंधे मुंह धराशायी हो रही है। विभाग के लोग दलालों के हवाले हैं। कहीं भी किसी भी आंगनवाड़ी केन्द्र में पोषक आहार पहुंचाया नहीं जा रहा है। करोड़ों रूपये का प्रतिमाह बिल बन रहा है जोकि दलालों तथा विभाग के जिम्मेदार लोगों के पाकेट में जा रहा है।
बताते चलें कि एकीकृत महिला एवं बाल विकास योजना के तहत जिले के शहरी इलाकों में आंगनवाड़ी केन्द्रों में तीन से छ: वर्ष के बच्चों के लिए पोषण आहार देने की व्यवस्था जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी है। हो क्या रहा है कि जितने भी स्व-सहायता समूह हैं उनको चन्द दलाल हैण्डिल कर रहे हैं। जिसके चलते बिल तो बन रहे हैं लेकिन पोषण आहार नहीं पहुंच रहे हैं। जिले के शहरी इलाकों में जितने भी आंगनवाड़ी केन्द्र हैं उनतक पोषण आहार पहुंचाने की जिम्मेदारी विभिन्न स्व-सहायता समूहों ने ली है। लेकिन इन स्व-सहायता समूहों को कुछ दलाल हैण्डिल कर रहे हैं जोकि बिल बनवाने से लेकर पैसा निकलवाने की जिम्मेदारी हाथ में लिये हैं। ऐसे दलालों की वजह से केन्द्र सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना औधें मुंह गिर रही है।
कौन है दलाल काल चिन्तन बतायेगा अगले अंक में।