नामीबिया से फिर आएंगे 14 चीते, किस राज्य के बनेंगे मेहमान?

श्योपुर
17 दिसंबर, 2022 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए आठ चीतों को बाड़े में छोड़ा था। तब इन विदेशी चीतों का देश भर के लोगों ने स्वागत किया था। एक बार फिर भारत में विदेश से चीते आने वाले हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने गुरुवार को बताया कि अगले पांच सालों में 12-14 चीते अफ्रीका से भारत लाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने नामीबिया गणराज्य के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने बताया कि कूनो नेशनल पार्क में आए आठों चीते एकदम स्वस्थ हैं। वो बिल्कुल ठीक स्थिति में हैं। उनपर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जाती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चीतों को अफ्रीका से भारत लाने के लिए सरकार ने 38.7 करोड़ रुपए आवंटित किए थे। ये प्रोजेक्ट साल 2025-26 तक चलेगा। अब तक 8 चीते मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में लाए जा चुके हैं। अगले पांच सालों में 12-14 चीते और आएंगे। हालांकि ये चीते कूनो नेशनल पार्क में रखे जाएंगे या कहीं और इसके बारे में सरकार ने कोई जानकारी नहीं दी है।
पिछले महीने कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए सभी चीतों को बड़े बाड़े में शिफ्ट किया गया। चीतों का क्वारंटाइन पीरियड खत्म हो चुका है। शुरुआत में एक्सपर्ट इस बात की चिंता जाहिर कर रहे थे कि इन चीतों को तेंदुओं से खतरा हो सकता है। कूनो नेशनल पार्क में 70-80 तेंदुए हैं। लेकिन अब तक इन चीतों को तेंदुओं से कोई खतरा नहीं हुआ है। एक्सपर्ट का कहना है कि चीते भारत की जलवायु को अपना लिए हैं। वो शिकार कर रहे हैं। उन्हें यहां अब कोई खतरा नहीं है। अब सरकार ने ये जानकारी दी है कि दूसरी खेप में भी 12-14 चीते आएंगे।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने 1952 में देश में चीतों को विलुप्त करार दे दिया था। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में 1948 में आखिरी चीता दिखा था। वर्ष 1952 में देश में चीते की प्रजातियों को विलुप्त घोषित किए जाने के 70 साल बाद नामीबिया में चीते आए हैं। अब तक इस समझौते के तहत 8 चीते भारत आ चुके हैं। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि अगली खेप में एक साथ 12-14 चीते आते हैं या इन्हें कई बार में लाया जाएगा।