संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ को पूर्व महापौर श्रीमती रेनू शाह का समर्थन
कहा-आपकी मांगे जायज है, आप सभी का नियमितीकरण होना चाहिए,संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पूर्व महापौर को सौंपा ज्ञापन

वैढ़न,सिंगरौली। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला इकाई सिंगरौली के अनिष्चितकालीन हड़ताल में आज नगर पालिक निगम सिंगरौली की पूर्व महापौर, कांग्रेस नेत्री श्रीमती रेनू शाह ने उपस्थित होकर अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि हमें समाचार पत्र व पत्र के माध्यम से जानकारी मिली की आप लोग हड़ताल पर बैठे हुए हैं। यहां पर उपस्थित समस्त संविदा अधिकारी/कर्मचारी को संबोधित करते हुए कहा कि जैसा कि आपने बताया कि सिंगरौली जिले में लगभग 500 कर्मचारी जिले में कार्यरत हैं, आपकी मांगे जायज हैं लेकिन जब से भाजपा सरकार आयी है तो सिंगरौली को तो जिला बना दिया है, जब से ट्रामा सेंटर बना है यहां पर किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं है। प्रदेष के मुखिया जहां भी जाते हैं अपने वादों की बौछार लगा देते हैं लेकिन उन्हें पूरा नहीं करते, सरकार को अपनी कही हुई बात को पूरा करना चाहिए लेकिन वह नहीं करते। जब अपना मानदेय बढ़ाना होता है तो आपस में बैठकर निर्णय कर लेते हैं और अपना मानदेय बढ़ा लेते हैं। आप लोगों ने कोरोना के समय में अपने घरों में छोटे-छोटे बच्चों को छोंड़कर हम लोगों की सेवा की है, यह बहुत ही निंदनीय बात है कि आपको हड़ताल पर बैठे हैं, सरकार ने आप सभी को छला है, लोग उनके छलावे में आ जाते हैं लेकिन सरकार ने आपकी मांगे नहीं मानी है तो आगे आपको निर्णय लेने का मौका मिलेगा। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ऐसी स्थिति निर्मित कर के रखी है जो कि फुलफार्म में है तो उन्हें यह मांग पूरी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आगे आने वाली सरकार कांग्रेस की बनती है तो हम अपनी मांग रखेंगे और आप सभी को रेगुलर करेंगे। उन्होंने कहा कि आपकी लड़ाई चाहे जितनी लंबी चले अगर हमारी सरकार आयी तो आपकी मांगे हम सरकार से करेंगे। भाजपा सरकार को सुनायी एवं दिखायी देना चाहिए भगवान उनको सदबुद्धि दे ताकि आप सभी की मांगे पूरी हो सके। इसी तारतम्य में कांग्रेस नेत्री सुषमा वर्मा एवं श्रीमती सावित्री सिंह द्वारा संविदा कर्मचारियों के समर्थन में अपना उद्बोधन दिया।
इस बीच श्री कमलेष्वर सिंह संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जबलपुर द्वारा कहा कि हमारी सरकार ने वर्ष 2018 में हमें छला है लेकिन इस बार हम छले नहीं जायेंगे हम सभी को एक रहना है और संविदा मुक्ति हरहाल में चाहिए, हड़ताल किसी भी कीमत में बिना संतुष्टि या हमारी मांगे पूरी हुए बिना हड़ताल नहीं खत्म करना है। उन्होंने कहा कि एनएचएम की गाईडलाईन में एचआर का फंड केन्द्र सरकार का नही है यह राज्य सरकार है और आप सभी राज्य सरकार के कर्मचारी हैं। शासन का जो यह कहना है कि हम 90 प्रतिषत नहीं दे सकते यह भ्रम फैलाया जा रहा है जो केन्द्र सरकार बजट देती है उसमें राज्य सरकार का भी 40 प्रतिषत मिलाया जाता है इसलिए आप राज्य सरकार के कर्मचारी हैं। सरकार को कई बार आरटीआई लगाकर गाईडलाईन चाही गई किन्तु सरकार द्वारा गाईडलाईन नहीं उपलब्ध करायी जा रही है। केन्द्र सरकार का जो पैसा आता है उसका 5 प्रतिषत ही इन्क्रीमेंट के रूप में एचआर को दिया जाता है। एक पत्र जो केन्द्र सरकार द्वारा जारी किया गया था उसमें तीन साल सेवा पूरा कर चुके कर्मचारियों को 5 प्रतिशत एवं जिनकी सेवायें 10 वर्ष पूरी हो गई है उन्हें 10 प्रतिषत इन्क्रीमेंट दिया जाय लेकिन वह भी लागू नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें 90 प्रतिषत की सैलरी आने के बाद ही हम हड़ताल खत्म करेंगे एवं नियमितीकरण जब तक विधानसभा पास नहीं करेगा तब तक संभव नहीं है तो सरकार हमें निष्चित समय-सीमा निर्धारित करें कि कब तक नियमित किया जावेगा। उन्होंने कहा जो विगत दिनों संविदा कर्मचारियों के साथ बर्ताव हुआ है इससे यह साबित होता है कि सरकार इस बार परेषान हो रही है क्योंकि कोरोना भी इस बार आपका साथ देने के लिए ही आ रहा है इसलिए आप हड़ताल में अडिग रहें इस बार नियमितीकरण निष्चित रूप से होगा।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मृगेन्द्र सिंह द्वारा सभी अतिथियों का आभार ज्ञापित किया गया एवं कहा कि हमारी हड़ताल मांगे पूरी होने तक लगातार चलती रहेगी और इस बार हम नियमितीकरण के बाद ही हड़ताल खत्म करेंगे। उन्होंने कहा कि संविदा कर्मचारियों द्वारा कोरोना के समय में अपना सबकुछ न्यौछावर कर लोगों की जान बचायी है जिन्हें कोरोना योद्धा के रूप में सरकार द्वारा सम्मानित भी किया गया किन्तु वही कोरोना योद्धा आज अपनी मांगों के लिए सरकार से हारकर फांसी लगाने के लिए मजबूर है अत: यह दृष्य कोरोना योद्धा का है जो आज फांसी पर झूल रहा है।