संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने कोरोना योद्धा का प्रतीकात्मक पुतला बनाकर सूली पर चढ़ाकर विरोध प्रदर्षन किया
स्वास्थ्य संस्थाओं में मरीज स्वास्थ्य सुविधा के लिए परेशान,संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी

सिंगरौली। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला इकाई सिंगरौली के समस्त संविदा कर्मचारियों की 19 दिसम्बर 2022 से अनिष्चितकालीन हड़ताल जारी है जिसके चलते जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है, आम-जनमानस में चारों तरफ अफरा-तफरी मची हुई है।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मृगेन्द्र सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि म0प्र0 के लगभग 32000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी कार्यरत हैं जो स्वास्थ्य विभाग को लगभग 15 से 18 वर्षों से संविदा में ही अपनी सेवायें दे रहे हैं अब स्थिति यह हो गई है उम्र अधिक हो जाने के कारण किसी और विभाग में फार्म भरने लायक भी नहीं हैं। वर्ष 2013, 2014 एवं 2018 में संविदा कर्मचारियों द्वारा अपने हक के लिए हड़ताल किया गया किन्तु शासन द्वारा 42 दिन की हड़ताल के उपरांत म0प्र0 शासन द्वारा 5 जून 2018 को संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए नियमित कर्मचारियों के वेतनमान का 90 प्रतिषत मानदेय दिये जाने हेतु नीति बनायी गई जिसकी फाईल आज तक दफ्तरों का चक्कर काटती रही किन्तु आज तक यह नीति लागू नहीं हो सकी, वहीं म0प्र0 शासन के मुखिया माननीय षिवराज सिंह चौहान जी ने यह माना कि संविदा प्रथा गलत है ऐसी प्रथा नहीं होनी चाहिए ऐसी प्रथा को समाप्त करना चाहिए, लेकिन शासन अपने वायदे से भटक गई है।
संविदा कर्मचारियों द्वारा वर्ष 2020-21 से लगातार कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर आम-जनमानस की जान बचायी किन्तु शासन के कान में जूँ तक नहीं रेंगा, जिससे संविदा कर्मचारियों में म0प्र0 शासन के खिलाफ आक्रोष है और अब एक बार फिर समस्त संविदा कर्मचारियों ने आर-पार की लड़ाई के लिए हड़ताल कर रहे हैं इसी तारतम्य में दिनांक 27.12.2022 को संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला इकाई सिंगरौली द्वारा हड़ताल के 9वें दिन कोरोना योद्धा का प्रतीकात्मक पुतला बनाकर उसे सूली पर चढ़ाया। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मृगेन्द्र सिंह ने बताया कि कोरोना कॉल में संविदा पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन में लगे कर्मचारियों ने ही दिन-रात एक कर कोरोना रोगियों की सेवा की तथा म0प्र0 को इस महामारी की भयावह स्थिति से बाहर निकाला, लेकिन सरकार आज हमारी मांगों की अनदेखी कर रही है। इसलिए आज हम लोगों द्वारा कोरोना योद्धा जिसे शासन द्वारा फूल-माला चढ़ाया जाता था उसका प्रतीकात्मक पुतला बनाकर सूली पर चढ़ाया है।
हम सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी नियमितीकरण, 5 जून 2018 की नीति को लागू करने, नियमित कर्मचारी के समकक्ष 90 प्रतिषत वेतन, निष्कासित कर्मचारियों की बहाली जैसी मांगों को लेकर पिछले 9 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं। सरकार जल्द से जल्द हमारी सभी मांगों को स्वीकार करे नहीं तो ये हड़ताल अनिष्चितकाल तक जारी रहेगी।