युक्तियुक्त नियुक्तिकरण प्रक्रिया को अपनाये सरकार:रोकड़े

१ जनवरी को भोपाल में पांँच लाख युवा होंगे संकल्पित
वैढ़न,सिंगरौली। सम्यक अभियान के प्रमुख श्री भाष्कर राव रोकड़े युवाओं को नवक्रांति की ओर प्रेरित कर रहे हंै। इस अभियान में वे एक जनवरी २३ को भोपाल में पाँच लाख युवाओं के साथ मेगा प्रेस कॉफ्रेंस करेंगे। वहीं से बेरोजगारी के खिलाफ क्रांति का बिगुल फुंका जायेगा। उक्त मुद्दे पर श्री भाष्कर राव रोकड़े सिंगरौली के सामुदायिक भवन में पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने बताया कि नवक्रांति हेतु संकल्पित सम्यक अभियान का शुभारंभ रीवा के पद्मधर पार्क से शुरू हुआ था। एक नवंबर २०२२ से रायसेन जिले के बलियरी नगर से नवक्रांति लाने के संकल्प के साथ ४५ दिवसीय प्रदेशव्यापी सम्यक यात्रा शुरू हुयी थी जिसका समापन १५ दिसम्बर २०२२ को हुआ।
सवालों के जवाब में उन्होने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है। संभावनाओंं का युक्तियुक्त नियुक्तिकरण का प्रयोग किया जाना चहिए। जिससे बेरोजगारी पर सत्तर प्रतिशत तक नियंत्रण किया जा सकता है। यदि प्रदेश में सेवानिवृत्ति की आयु सीमा ५८ वर्ष कर दी जाये तो भारी संख्या में बेरोजगारों को रोजगार मिल सकता है। उन्होने बताया कि २५ वर्ष तक नौकरी करने के बाद सरकार के पास पीएफ एवं ग्रेज्युटी की इतनी रकम हो जाती है कि उसका निवेश करने से उसी जमा राशि से वेतन दिया जा सकता है। उन्होने यह भी बताया कि सरकार ने पहले सेवानिवृत्ति की सीमा साठ वर्ष की। इसका प्रयोग डाक्टर्स एवं प्रोफेसर्स पर किया गया कोई विरोध नहीं हुआ तो आयुसीमा बढ़ाकर ६२ वर्ष कर दिया गया। प्रोफेसर्स एवं डाक्टर्स पर प्रयोग करने के तीन महीने बाद डाक्टर्स एवं प्रोफेसर्स की सेवानिवृत्ति उम्र ६५ वर्ष करने का विचार किया गया। विरोध न देखकर सरकार ने ६५ से ६८ वर्ष करने का विचार किया। इस आयु सीमा का विरोध हुआ तो आयु सीमा नहीं बढ़ाई गयी। एकसवाल के जवाब में उन्होने कहा कि मप्र में यदि ५८ वर्ष की आयु सीमा निर्धारित की जाये तो पाँच लाख तीस हजार कर्मचारी शासकीय उपक्रमों सहित रिटायर हो जायेंगे। इन रिक्त पदों पर युवाओ की भर्ती की संभावना हो सकती है।
श्री भाष्कर राव ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सरकार की न्यूनतम मजदूरी निर्धारण नीति की भी आलोचना की। उन्होने कहा कि इससे वेतन में विषंगतियों ने जन्म लिया। उन्होने बताया कि १९४८ में न्यूनतम वेतन अधिनियम बना १९५९ में प्राईवेट स्कूल के शिक्षक कोर्ट गये। न्यायालय ने शिक्षित लोगों का न्यूनतम वेतन निर्धारण करने से मना कर दिया। नतीजा आज यह है कि शिक्षक आज तीन हजार रूपये पर काम कर रहे हैं। जबकि आजादी के ७५ वर्ष पूरे हो गये हैं। उन्होने यह भी जानकारी दी की विदेशों में न्यूनतम मजदूरी अधिनियम है जो कई स्लैबों में बंटा हुआ है। जिसमें मजदूर से लेकर कलेक्टर तक आते हैं।
राज्य तथा केन्द्र सरकार की भर्ती प्रक्रिया पर कटाक्ष करते हुये उन्होने कहा कि आजकल आउटसोर्सिंग द्वारा अस्थायी रूप से भर्तियां की जा रही हैं। उन्होने बताया कि १९९१ में जब उदारीकरण का दौर चला था तब नॉलेज प्रोवाईडर नाम की चीज पैदा हुयी। फिर सर्विस प्रोवाईडर आये, यह अस्थायी रूप से नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल होते थे। परन्तु यह सरकार से रजिस्टर्ड नहीं होते थे। लेकिन २०१४ के बाद ये आउटसोर्सिंंग कंपनियां रजिस्टर्ड हो गयीं और धड़ल्ले से मैन पॉवर सप्लाई करने लगी। दलाली शुरू हो गयी। आज स्थिति यह है कि आउटसोर्सिंग व्यवस्था से ९० प्रतिशत लोग भरे जा रहे हैं। आउटसोर्सिंग द्वारा भर्ती करना शुद्ध रूप से गैर कानूनी है। ९ लाख ८० हजार पदों पर आउटसोर्सिंग से नियुक्तियां की गयीं। उन्होने बताया कि इतना हीं नहीं इसी बीच विदेशी कंपनियां आयीं जो निवेश करने के लिए उत्सुक थी लेकिन उन्होने केन्द्र सरकार से कहा कि भारत में कानून बहुत पेचीदा हैं यदि इनका सरलीकरण किया जाये तो वे निवेश कर सकती हैं। सरकार ने उनकी सारी शर्तें मानीं और श्रम कानून ढीले कर दिये गये। प्राइवेट संंस्थानों में आठ घंटे की जगह १२ घण्टे काम लिया जा रहा है। जो लोग संस्थानों में पहले थे उन्हें छांटा गया। सरकार पर आरोप लगाते हुये श्री रोकड़े ने कहा कि बेरोजगारी सरकार की नीतियों के कारण आयी है। कोरोना का बहाना बेबुनियाद है।
सम्यक अभियान के संयोजक श्री भाष्कर राव रोकड़े ने कहा कि उन्हें प्रदेश में सद्भावना संतृप्त युवा बनाना है। अवसादग्रस्त युवाओं से प्रदेश समृद्ध नहीं होगा। इस अभियान को और आगे बढ़ाने के लिए भोपाल में १ जनवरी २०२३ को पाँच लाख युवाओं की मेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसके लिए स्कूल कॉलेज की यात्रा की जायेगी। यदि सरकार ने युवा शक्ति को नकारने की कोशिश की तो सरकार की कुर्सी पर मुख्यमंत्री को बैठने नहीं दिया जायेगा।
प्रेस कॉफ्रेंस में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री वंशमणि प्रसाद वर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष शहर अरविन्द सिंह चन्देल, नागेन्द्र वर्मा, रामलल्लू कुशवाहा सहित तमाम कांग्रेस कार्यकर्ता तथा पत्रकार बन्धु उपस्थित रहे।