बलियरी राख बांध के बगल से हा रहा मुरूम का अवैध उत्खनन
लगातार हो रहे उत्खनन से भविष्य में राख बांध फूटने का बढ़ा खतरा

वैढ़न,सिंगरौली। सिंगरौली नगर पालिक निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड 38(तुलसी वार्ड) के बलियरी में एन.टी.पी.सी. विंध्याचल का दो राखड़ बाँध क्रमश: ४ए व 4बी वर्तमान में संचालित है। एन.टी.पी.सी. विंध्याचल ने राखड़ बाँध क्रमांक 4ए व बांध से लगे सड़को के मरम्मत का कार्य मेसर्स एस.के. ब्रदर्स को दिया है।देखने में यह आ रहा है कि उक्त ठेकेदार द्वारा राखड़ बाँध व सड़क के मरम्मत कार्य में लगने वाले मुरुम को बांध के बगल के निचले हिस्से में जे.सी.बी. व कई ट्रैक्टर-ट्रॉली की मदद से अवैध उत्खनन कर मुरूम की निकासी की जा रही है। अगर उक्त ठेकेदार द्वारा बांध के संरचना से ऐसे ही छेड़छाड़ किया जाता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब राखड़ बांध में दरार पड़ने की संभावना बढ़ जायेगी।
एन.टी.पी.सी. विंध्याचल के द्वारा बांध के बगल में वृक्षारोपण के लिए जो जगह निर्धारित किया गया है, उसी स्थल पर ठेकेदार ने अवैध उत्खनन कर भारी-भरकम गड्ढा कर दिया है। उपरोक्त गड्ढा राखड़ बाँध के बगल के निचले हिस्से में होने के कारण बांध का दूषित पानी रिसाव कर उक्त गड्ढे में एकत्रित हो गया है। इस दूषित पानी को आसपास ग्रामों के मवेशी पीने आ जाते हैं और बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।
ठेकेदार ने अपने आर्थिक फायदे के लिए जहां एक तरफ पर्यावरण को दूषित करने का प्रयास किया है, तो वहीं दूसरी तरफ ठेकेदार द्वारा बांध के बगल के निचले हिस्से में अवैध उत्खनन करने से एक बड़े गड्ढे का निर्माण हो गया है, जिससे भविष्य में बांध के टूटने का भी खतरा बना हुआ है। बीते वर्षों में एस्सार पावर प्लांट, एन.टी.पी.सी. विंध्याचल पावर प्लांट तथा रिलायंस पावर प्लांट के राखड़ बाँध मानवीय लापरवाहियों के कारण पूर्व में टूट चुके हैं। उपरोक्त तीनों बांधों के टूटने से सिंगरौली वासियों को काफी जानमाल का नुकसान उठाना पड़ा था। अगर समय रहते सिंगरौली जिला प्रशासन व एन.टी.पी.सी. विंध्याचल प्रबंधन उक्त ठेकेदार के अवैध कृत्यों पर अंकुश नही लगाते हैं तो भविष्य में किसी बड़े दुर्घटना के घटने से इनकार नहीं किया जा सकता।