मध्य प्रदेश

माइनिंग इंजीनियरिंग कॉलेज शुरू होने से रोजगार के बढ़ेंगे अवसर, मुख्यमंत्री श्री चौहान 22 जनवरी को करेंगे भूमि पूजन

 

काल चिंतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली । सिंगरौली जिले का प्रमुख उद्योग कोयला खनन है। इसके साथ कोयले पर आधारित ताप विद्युत केन्द्र भी यहां बड़ी संख्या में स्थापित हैं। नार्दन कोल्ड फील्ड लिमिटेड की कई कोयला खनन परियोजनायें जिला मुख्यालय के आसपास संचालित है। इन खदानों में माइनिंग से जुड़े इंजीनियर और तकनीशियन बड़ी संख्या में कार्यरत हैं। इसलिए सिंगरौली में बड़े लंबे समय से माइनिंग इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की मांग की जा रही थी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगरौली को माइनिंग कॉलेज की सौगात देकर इस बहु प्रतीक्षित मांग को पूरा किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान 22 जनवरी को एक दिवसीय प्रवास के दौरान इस माइनिंग इंजीनियरिंग कॉलेज की आधारशिला रखेंगे।

सिंगरौली के ग्राम टियरा में माइनिंग कॉलेज परिसर बनाया जा रहा है। इसके लिए प्रशासन द्वारा 65 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गयी है। माइनिंग कॉलेज निर्माण के लिए 23 नवंबर 2022 को 60 करोड़ 30 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी गयी है। माइनिंग इंजीनियरिंग कॉलेज खुल जाने से सिंगरौली ही नहीं पूरे प्रदेश के युवाओं को खनन के क्षेत्र में विशेष शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। खनन इंजीनियरिंग में शिक्षा प्राप्त कर युवा जिले की खनन परियोजनाओं में रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकेंगे। इसके साथ-साथ उन्हें देश भर में खनन परियोजनाओं में कार्य करने का अवसर मिलेगा। माइनिंग इंजीनियरिंग कॉलेज सिंगरौली जिले के विकास को नया आयाम देगा। प्रदेश की ऊर्जाधानी अब खनन इंजीनियरिंग की पढ़ाई की सुविधा से सुसज्जित हो जायेगी। विद्यार्थियों ने माइनिंग कालेज के निर्माण पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि अब हमें सिंगरौली में ही माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई की सुविधा मिलेगी। इसके लिए हमें बाहर जाना पड़ता था। यह कालेज क्षेत्र के विकास में सहयोग देगा।

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