मुख्यमंत्री के आगमन पर पानी की तरह बहाये जा रहे करोड़ो रूपये
गांधी के नाम पर राजनीति करने वाली पार्टी जनता के खून पसीने की कमाई को झोंक रही पानी में

काल चिंतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का दौरा २२ जनवरी को सिंगरौली में हो रहा है। इस दौरान लगभग एक से दो घंटे मुख्यमंत्री तथा रक्षामंत्री सिंगरौली में रहेंगे। उक्त कार्यक्रम के लिए करोड़ो रूपये पानी की तरह बहाये जा रहे हैं। पिछले पंद्रह दिनों से जिला प्रशासन से लेकर पार्टी पदाधिकारियों द्वारा तैयारियां की जा रही हैं। बताया जाता है कि इंदौर की कंपनी को टेंट व लाईट, साउंड लगाने की जिम्मेदारी दी गयी है। इसके लिए करोड़ो रूपये का भुगतान किया जा रहा है।
स्वच्छ भारत अभियान से लेकर तमाम योजनाओं में महात्मा गांधी के नाम को इस्तेमाल करने वाली पार्टी आज मात्र कुछ घंटों के कार्यक्रम के लिए जनता के खून पसीने की कमाई को पानी की तरह बहा रही है। अगर बापू की आत्मा कहीं होगी तो उक्त फिजूलखर्ची को देखकर कराहती होगी जो शिलान्यास व आधे घंटे का भाषण एक साधारण टेंट लगाकर भी किया जा सकता है उसके लिए सैकड़ों बसों में लोगों को भरकर कार्यक्रमस्थल में पहुंचाया जा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि नगर निगम कमिश्रर के तथाकथित आदेश को सच माना जाये तो पता चला है कि ४५ वार्डाे में हर वार्ड से ५०० लोगों को सभास्थल तक पहुंचाने का टारगेट दिया गया है। इसी तरह हर विभाग को पांच सौ लोगों को सभास्थल तक लाने का टारगेट दिया गया है इसके लिए बकायदे सैकड़ों की संख्या में बसों को हायर किया गया है जो लोगों को सभास्थल पर लायेंगी तथा कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात उन्हें उनके स्थान पर पहुंचायेंगी। जिले का हर विभाग भीड़ जुटाने के लिए मेहनत कर रहा है।
एक साधारण से कार्यक्रम के लिए जिस तरह करोड़ो रूपये बहाये जा रहे हैं उसका मतलब यह नहीं की सिंगरौली जिला अब सिंगापुर बन गया है। सिंगरौली जिला आज भी आभावों से गुजर रहा है। ग्रामीण इलाकों को छोड़िए शहरी इलाके में भी स्वास्थ्य सेवाएं वेंटिलेटर पर हैं। रोजगार के नाम पर अब भी यहां के बेरोजगारों को मात्र आश्वासन मिलता है। महंगाई की हालत यह है कि अब दो वक्त की रोटी के लिए भी जिले के लोगों को जद्दोजहद करनी पड़ती है। शासकीय विभागों में एक छोटे से काम के लिए लोगों को अपनी जमीन, घर गिरवी रखकर सुविधा शुल्क देनी पड़ती है तब कहीं जाकर उनका काम होता है।
हालाते बयान तो यह कहते हैं उधर मेन रोड से सभास्थल जाने के लिए जहां रोड का नामोंनिशान नहीं था वहां एक हफ्ते के अन्दर डामरीकृत रोड बना दी गयी है ताकि मंत्रियोंं को वहां तक पहुंचने में कोई परेशान न हो। सभास्थल को चांदनी चौक में तब्दील किया जा रहा है। जनता के पैसे का यह दुरूपयोग चिंतन का विषय है।