यह तो विचारों का दिवालियापन है

वैढ़न,सिंगरौली। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सिंगरौली आगमन के दौरान विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को या तो थाने में बैठा लिया गया या तो उन्हें उनके ही घर में नजरबंद कर दिया गया। यह तो आपातकाल जैसी कार्यवाही प्रतीत होती है। उक्त लहजे में जिला प्रशास का विरोध करते हुये कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, भारतीय कम्यूनिष्ट पार्टी आदि पार्टियों के नेताओं ने, पदाधिकारियों ने भर्त्सना की है।
बताते हैं कि गत 22 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह का कार्यक्रम वैढ़न में संपन्न हुआ। उस दौरान सारे विरोधी पार्टियों के नेताओं को मंच तक पहुंचने की तो बात दूर वैढ़न तक नहीं पहुंचने दिया गया। इस बात का दु:ख युवा कार्यकर्ताओं को ज्यादा सता रहा है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व युवा जिलाध्यक्ष श्री प्रवीण सिंह चौहान ने कहा कि यह तो भारतीय जनता पार्टी के विचारों का दिवालियापन है। लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास है। उन्होने बताया कि कांग्रेस के युवा नेता पंकज पाण्डेय, अजय सिंह चन्देल आदि को नवानगर थाने में बंद कर दिया गया था। इन युवाओं का दोष मात्र इतना ही था कि ये अपने मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे और सिंगरौली के युवाओं की बात उनके सामनें रखना चाहते थे। श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं व समर्थकों के मुख्यमंत्री नहीं हैं। वे पूरे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का संवैधानिक हक है। जिसे ताक पर रखकर जिला प्रशासन ने सरकार की चापलूसी का काम किया है।
भारतीय कम्यूनिष्ट पार्टी के नेता श्री संजय नामदेव को उनके गृहग्राम बरगवां में ही उनके घर में नजरबंद कर दिया गया था। भाकपा के कुछ कार्यकर्ताओं को शिवपहाड़ी पर रोक दिया गया था। भाकपा के माजन मोड़ स्थित कार्यालय पर भी पुलिस का पहरा था। श्री नामदेव ने अपनी भड़ास निकालते हुये कहा कि यह सरासर लोकतंत्र की हत्या है। भाजपा सरकार लोकतंत्र की पवित्र अवधारणा को दरकिनार करके हिटलरशाही का प्रदर्शन कर रही है। सिंगरौली की जनता तानाशाही को खत्म करने के लिए सड़कों पर उतर रही है।
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश सोनी के नेतृत्व में जिले में हो रहे मुख्यमंत्री महोदय के कार्यक्रम में जिले के गंभीर मुद्दों जैसे बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अस्पताल, हवाई पट्टी के स्थान पर हवाई अड्डा, आये दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं जैसे गंभीर समस्याओं पर ज्ञापन सौंपने पार्टी के पदाधिकारियों के साथ जा रहे थे। जिलाध्यक्ष राजेश सोनी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुये अपने वक्तव्य में कहा कि वे 20 जनवरी को ही जिला कलेक्टर महोदय से ज्ञापन देने के लिए अनुमति मांगे थे और अपने पदाधिकारियों के साथ ज्ञापन सौंपने जा रहे थे लेकिन कार्यालय के कुछ दूरी पर ही पुलिस प्रशासन के द्वारा पार्टी के सभी पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर बैढ़न कोतवाली में जबरन लाया गया। जिलाध्यक्ष राजेश सोनी ने कहा कि जिले के गंभीर मुद्दों को उठाना कौन सा जुर्म है, भाजपा सरकार सिंगरौली के जनता का भला नही चाहती है।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सिंगरौली महापौर रानी अग्रवाल जी अपने कार्यकर्ताओं के समर्थन में कोतवाली बैढ़न पहुंची और जन्होने कहा कि आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों के ऊपर मुकदमा दर्ज करना बहुत ही निंदनीय है जबकि पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा कोई भी उपद्रव नही किया गया था, नाही कोई काला झंडा दिखाया जा रहा था तो गिरफ्तारी किस बात की? जिला प्रशासन को जिले के गंभीर समस्याओं पर ज्ञापन सौंपने में सहयोग करना चाहिए।