वसीयत के बावजूद माँ की मौत के बाद बेटों को नही मिल पा रहा जमीन पर कब्जा

बड़गड़,सिंगरौली। माड़ा थाना क्षेत्र के बड़गड़ ग्राम में ओम प्रकाश व सुभाष चंद्र की बड़गड़ ग्राम में १.०४०० हे. जमीन है जिसे उनकी माता स्व. श्रीमती शारदा देवी ने मृत्यु से पहले वसीयत किया था परन्तु उक्त जमीन पर शिवनाथ तथा उनके दो पुत्रों अनुज कुमार जैसल तथा अरूण कुमार जैसल का कब्जा है। कब्जे के लिए ओम प्रकाश तथा सुभाष चन्द्र द्वारा थाने से लेकर राजस्व विभाग के चक्कर लगाये जा रहे हैं परन्तु उन्हें जमीन पर कब्जा नहीं मिल पा रहा है।
दरअसल मामला यह है कि ओम प्रकाश व सुभाष चंन्द्र की माता स्व. शारदा देवी वाराणसी जिले की निवासी थी तथा उनकी पोस्टिंग बड़गड़ गांव में हुयी थी उस दौरान उन्होने शिवनाथ से शादी की तथा बड़गड़ ग्राम में रहने लगी। १९८२ में उन्होने वहीं पर जमीन क्रय किया। शिवनाथ से रिश्तों में खटास हो जाने के कारण शारदा देवी बड़गड़ से वापस वाराणसी रहने लगी उसी दौरान उनकी मौत हो गयी। उनके दोनों बेटे ओम प्रकाश तथा सुभाष चन्द्र वाराणसी में ही रहते थे। मृत्यु से पहले उन्होने बकायदे वसीयत किया था कि उनकी जमीन माड़ा तहसील अंतर्गत बड़गड ग्राम में स्थित १३३२०६६८७९ आईडी की भूमि १.०४०० हे. उनके बेटों के नाम ओम प्रकाश तथा सुभाष चन्द्र को बराबर किया जाये। इस दौरान जमीन का नामांतरण हुआ और अभिलेखों में दोनों बेटों का नाम दर्ज हुआ। शारदा देवी की दो बेटियां भी हैं उषा तथा तुलसी जिन्होने हलफनामा दिया है कि उन्हें जमीन नहीं चाहिए परन्तु उक्त जमीन पर सन २०२० से शिवनाथा तथा उनके बेटों का कब्जा है। अब तमाम प्रयासों के बावजूद भूमिस्वामियों को जमीन पर कब्जा नहीं मिल रहा है।
बीच में जब विवाद बढ़ा तो माड़ा थाने में २४ फरवरी २०२३ को एक समझौता पत्र भी बना जिसमें शिवनाथ द्वारा कहा गया है कि कब्जे की जमीन को वह छोड़ देंगे तथा आगे वाद विवाद नहीं करेंगे इसके बावजूद उनके तथा उनके परिवार के द्वारा जमीन पर ओम प्रकाश व सुभाष चंद्र को कब्जा नहीं दिया जा रहा है। तथा मीडिया में बयान दिया जा रहा है कि उनसे जबरदस्ती कर समझौता पत्र पर दस्तखत करवाया गया है। पीड़ित ओम प्रकाश ने बताया कि उनके नाम की जमीन पर अवैध तरीके से शिवनाथ द्वारा कब्जा किय गया है तथा उन्हें जमीन पर काबिज नहीं होने दिया जा रहा है।