मध्य प्रदेश

मुझसे 15 महीने का हिसाब मांगने वाले शिवराज को बताना चाहिए 18 साल में उन्होंने क्या किया- कमलनाथ

इंदौर

धार जिले के पीथमपुर नगरपालिका के चुनावों में कांग्रेस को मिली प्रचंड जीत के पश्चात नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्रकारों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि 1993 में जब मैं केंद्रीय वाणिज्य मंत्री था तब पीथमपुर को औद्योगिक क्षेत्र का दर्जा दिया गया। आज जिस तरह औद्योगिकीकरण होना था, आर्थिक गतिविधि होना थी, उस तरह नहीं हो पाई है। सारी स्थितियां चौपट हैं। 6 इंवेस्टर्स समिट हुईं, उनके आंकड़े यह हैं कि 760 प्रपोजल आए और जमीन पर केवल इसका 5 प्रतिशत ही उतर पाए। 30 लाख करोड़ की निवेश घोषणाएं हुईं, पर हुआ क्या?

इस तरह की नाटक-नौटंकी से निवेश नहीं आता। अपना प्रदेश 5 प्रदेशों से घिरा हुआ है, जिसको तमिलनाडु और केरल में अपना सामान बेचना है वह पंजाब और हरियाणा में अपना उद्योग क्यों लगाएगा? उसके लिए यह सुविधा है, यह इकॉनॉमिकल है कि वह मध्यप्रदेश में उद्योग लगाए पर उसको मध्यप्रदेश पर विश्वास होना चाहिए। निवेश विश्वास से आता है, प्रदेश के चेहरे से आता है।

निवेश और रोजगार की झूठी घोषणाओं के बावजूद आंकड़ा यह है कि पिछले साल प्रदेश में 90 लाख युवा बेरोजगार थे और इस साल एक करोड़ नौजवान बेरोजगार हैं। सबसे बड़ी चुनौती हमारे नौजवानों का भविष्य है। बेरोजगार नौजवान आज तड़प रहा है कि उसे व्यवसाय का मौका मिले, उसके हाथों को काम मिले पर वर्तमान सरकार के पास इसकी कोई सोच नहीं है। यह विजन से होता है, टेलीविजन से नहीं! छह-सात महीने बचे हैं, भाजपा के पास केवल पुलिस, पैसा और प्रशासन है। ये खरीद-फरोख्त के लिए प्रशासनिक दबाव डालते हैं। मैं जानता हूं कि जनपद और पंचायतों के चुनाव में कितना प्रशासनिक दबाव था। आज प्रदेश का हर वर्ग परेशान है लेकिन ये हमारे 15 महीनों के कार्यकाल का जवाब मांगते हैं। 15 महीनों में से ढाई महीने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता में चले गए। शिवराज सिंह को शर्म नहीं आती मुझसे 15 महीनों का हिसाब मांगते हुए, वो अपने 18 वर्षों का हिसाब दें, 215 महीनों से भाजपा का शासन है और मुझसे साढ़े बारह महीनों का हिसाब मांगते हैं। जनता मेरी गवाह है, जनता हिसाब देगी। जो हुआ जनता के सामने हुआ। घोषणाओं से नहीं हुआ। गौशालाएं बनीं, मध्यप्रदेश के इतिहास में इतनी गौशालाएं कभी नहीं बनीं। हमने कर्जा माफी की, जिसको इन्होंने विधानसभा में स्वीकार किया कि 27 लाख किसानों का कर्जा माफ हुआ है। ये रोज झूठ बोलते हैं, कहते हैं कि मैंने संबल योजना बंद कर दी पर मैंने इसे कभी बंद नहीं किया था, ‘नया सवेरा’ नाम से यह योजना चलती रही।

शिवराज ने 20 हजार झूठी घोषणाएं की
शिवराज सिंह का खाना हजम नहीं होता है जब तक वह झूठ नहीं बोल लेते हैं। हर बात पर झूठ बोलने वाले शिवराज सिंह ने लगभग 20 हजार झूठी घोषणाएं कर रखी हैं। किसानों, युवाओं, निवेश, पोषण और कानून व्यवस्था का सत्यानाश कर दिया गया है। यह आज प्रदेश की तस्वीर है। मुझे मध्यप्रदेश के मतदाताओं पर पूरा विश्वास है कि वो अपने भविष्य को सुरक्षित रखेंगे। प्रदेश की तस्वीर अपने सामने रखेंगे और सच्चाई का साथ देंगे।

source

यह समाचार पढिए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Live TV