मध्य प्रदेश

अदाणी फाउंडेशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नारी सम्मान कार्यक्रम आयोजित

 

वैढ़न,सिंगरौली। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर अदाणी फाउंडेशन द्वारा रविवार को आयोजित महिला सशक्तिकरण जागरूकता कार्यक्रम में करीब 300 ग्रामीण महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। माडा तहसील अंतर्गत महान इनर्जेन लिमिटेड से प्रभावित गांवों नगवा, बंधौरा, कर्सुआलाल और खैराही के विस्थापितों के लिए नगवा गांव में बनाये गए पुनर्वास कॉलोनी में आयोजित इस कार्यक्रम के मौके पर संगीत, नृत्य, भाषण एवं रंगोली प्रतियोगिताओं के माध्यम से यह सन्देश देने की कोशिश की गयी कि महिलाएं अपने साथ-साथ पूरे समाज को बदलने की ताकत रखती हैं, उन्हें जरूरत सिर्फ अपने आत्मबल को पहचानने की है।

अदाणी फाउंडेशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित आत्मनिर्भर नारी सम्मान कार्यक्रम में आसपास के क्षेत्र की महिला सरपंच, उपसरपंच एवं चौरा उप स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य अधिकारी श्रीमती प्रियंका सिंह ने तुलसी के पौधे में पानी डाल कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आर्थिक निर्भरता न सिर्फ परिवार के लिए बल्कि देश की आर्थिक तरक्की में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मंच के माध्यम से आशा सुपरवाइजर श्रीमती प्रेमलता जायसवाल ने महिलाओं को जागरूक एवं आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी। कार्यक्रम में सफल संचालन में बंधौरा की सरपंच हीरामती सिंह, उपसरपंच सुनैना सिंह, नगवा सरपंच कुसुम पांडे, उपसरपंच तारामती, करसुआलाल की उपसरपंच राधा जायसवाल और अदाणी फाउंडेशन के मनोज प्रभाकर का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस मौके पर आजीविका मिशन की सीआरपी ज्ञानमती साह, कमलेश कुमारी, सत्यकुमारी, मानमती, आशा सुपरवाइजर चौरा उप स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारी माया विश्वकर्मा, सविता विश्वकर्मा ओमकारा शर्मा भी मौजूद थीं।

कार्यक्रम में देवचंद विश्वकर्मा, रवीना शर्मा, सेजल तिवारी, नेहा विश्वकर्मा ने अपने संगीत के माध्यम से दर्शकों का मनोरंजन किया जबकि नृत्य कार्यक्रम में नम्रता जायसवाल और अंशु जायसवाल का बेहतरीन प्रस्तुति रहा। भाषण प्रतियोगिता में ललिता विश्वकर्मा, पूजा शर्मा, उषाकिरण महिला उद्यमी ग्रुप से मुन्नी पनिका, उर्मिला जायसवाल, पुष्पा जयसवाल, नीरज साह और सरिता साह के अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मीना पांडे, शोभा रानी, चंपा देवी, पुष्पा, सोनू गुप्ता ने भी हिस्सा लिया। आशा कार्यकर्ता फोटो यादव, इंद्रमती वियार, विमला, सुभागी, सरस्वती, सीता, रीता, प्रमिला एवं कुसुम कली भी इस कार्यक्रम में शामिल हुई। सभी स्थानीय महिलाओं ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आयोजित इस आत्मनिर्भर नारी सम्मान कार्यक्रम को काफी सराहा और कहा कि हम सभी अदानी फाउंडेशन के इस काम से बहुत प्रभावित हैं।सभी विजेताओं को अदाणी फाउंडेशन के तरफ से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं के बीच यह सन्देश पहुँचाना है कि वह हर मामले में आत्मनिर्भर और स्वतंत्र हैं और पुरुषों के बराबर सब कुछ करने में समर्थ भी हैं। ग्रामीणों ने अदाणी फाउंडेशन के इस कार्यक्रम का स्वागत करते हुए माना कि महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए अभी आगे मीलों लम्बा सफर तय करना है, जो दुर्गम एवं कठिन तो है लेकिन महिलाओं ने यह साबित किया है कि वो जीवन के हर क्षेत्र में कार्य को करने में सक्षम हैं। घर की चारदीवारी के अंदर रहने वाली महिलाएं आज अपने देश ही नहीं विदेशों में भी अपना परचम लहरा रही हैं। महिलाओं की इन्हीं उपलब्धियों को सराहने और उन्हें और ज्यादा सशक्त बनाने के लिए हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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