हर कनेक्टिविटी से दूर कर सिंगरौली को भाजपा सरकार कर रही बेगाना: ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू

वैढ़न,सिंगरौली। अंडमान निकोबार जैसी बनी सिंगरौली हर कनेक्टिविटी से दूर कर रही सरकार सिंगरौली देश के कोने कोने में ऊर्जा का संचार कर रही है सिंगरौली काला सोना खनन में भी देश में अपनी अहम भूमिका रखता है ,बात करें सरकार की राजस्व की तो सिंगरौली में महारत्न मिनी रत्न एवं अनेक कंपनियां होने के कारण सरकार के राजस्व में सिंगरौली अहम भूमिका अदा करता है इसके बाद भी सिंगरौली को हर कनेक्टिविटी से दूर रखी है भाजपा सरकार।
सिंगरौली के बच्चे जो जिले में शिक्षा व्यवस्था ना होने के कारण देश के अन्य जगह शिक्षा अर्जित कर रहे हैं वाह त्योहारों के दौरान घर आने के लिए होते हैं तब सरकार की इस कनेक्टिविटी को देख कई दिनों तक का सफर बेवजह करने पर मजबूर हो जाते हैं बच्चे, मध्यम वर्गीय एवं निम्न वर्गीय परिवार के बच्चों की के लिए यह सफर करना काफी कठिन होता है क्योंकि शिक्षा से ज्यादा खर्च यात्रा में हो जाता है जिससे परेशान छात्र एवं उनके माता-पिता अपने बच्चों के साथ अपने परिवार के साथ त्यौहार नहीं मना पाते और त्योहारों का गला घुटने पर मजबूर हो जाते हैं छात्र एवं उनके माता-पिता जिसका अन्दाजा त्योहारों में उत्साह की कमी से लगाया जा सकता है।
इंदौर एवं भोपाल में पढ़ने वाले छात्रों को जब त्योहारों पर घर आना होता है एवं जो अपने व्यक्तिगत कामों से राजधानी भोपाल में जाते हैं और वापसी के समय उनके साथ ऐसी समस्या खड़ी हो जाती है जो की भोपाल से सिंगरौली आने में 36 से 38 घंटे तक का सफर तय करना पड़ता है जो कि 2 दिन का समय लग जाता है ऐसी यात्रा करने में निम्न वर्ग एवं मध्यमवर्गीय परिवार के लिए सहज बात नहीं होती और ट्रेनों का हमेशा लेट होने से बच्चियों एवं महिलाओं को यात्रा करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है जो कि सरासर निंदनीय है। प्रतिदिन इंटरसिटी शक्तिपुंज और कटनी से सिंगरौली की ओर गुजरने वाली समस्त ट्रेन 6 से 7 घंटे विलंब से चल रही है। जिसके पीछे केवल एक ही कारण है कि कोयला ट्रेन को यात्री ट्रेन से पहले प्राथमिकता दी जाती है, जिस कारण से सिंगरौली वासियों को हर दिन परेशान होना पड़ रहा है।कोयला परिवहन सुगमता से हो इस कारण से शक्तिपुंज के समय में भी परिवर्तन कर दिया गया है जिस कारण से भोपाल और इंदौर से आने वाले लोगों की कनेक्टिविटी पूरी तरह खत्म हो गई है जबलपुर से सिंगरौली आने में शक्तिपुंज छूटने पर 3 दिन का समय लग रहा है पत्राचार के माध्यम से रेल मंत्री व डीआरएम को अवगत कराया गया किंतु आज तक उनके द्वारा कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई जोकि अत्यंत निंदनीय है।