सफाईकर्मियों की नियुक्ति में बिलो टेंडर बन रहा बाधा, निगम का सफाई कार्य हो रहा प्रभावित

वैढ़न,सिंगरौली। नगर पालिक निगम सिंगरौली में लम्बे समय से सफाईकर्मियों की कमी के चलते साफ सफाई के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सफाईकर्मियों की कमी को देखते हुये नगर निगम ने आउटसोर्सिंग के माध्यम से 150 सफाई मित्रों की नियुक्ति का निर्णय लिया। वर्ष 2020 से शुरू हुई ये कोशिश पूरी नहीं हो पा रही है। तीन वर्ष में पांच बार निविदा प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन हर बार किसी न किसी कारण से निगम को प्रक्रिया निरस्त करना पड़ा है। पूर्व में वर्ष 2020 व 2021 में जहां शासन स्तर से अनुमति की बाधा आड़े आती रही है। वहीं अब तकनीकी समस्या के चलते प्रक्रिया को निरस्त करना पड़ रहा है। पिछले वर्ष शहर सरकार के अस्तित्व में आने के बाद सितंबर महीने में निगम अधिकारियों ने सफाई मित्रों की नियुक्ति का प्रस्ताव महापौर के समक्ष रखा। मेयर इन काउंसिल से सहमति मिलने के बाद एजेंसी चयन के लिए तीसरी बार निविदा प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन छह महीने का समय व्यतीत हो जाने के बाद भी एजेंसी चयन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। इस बीच निगम द्वारा तीन बार प्रक्रिया को निरस्त किया जा चुका है। चौथी बार फिर से रेट को लेकर समस्या फंस गई है। इस बार निगम अधिकारी इस मामले को जैसे-तैसे सुलझाने में लगे हुए हैं। मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में २५० सफाईकर्मी कार्य कर रहे हैं जबकि जरूरत 400 सफाई कर्मियों की है। निगम द्वारा १५० कर्मियों की नियुक्ति की जानी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एजेंसियों द्वारा जो टेंडर भरा गया है उसमें कलेक्टर दर से कम रेट लगाया गया है जबकि कलेक्टर की ओर से अकुशल श्रमिक के लिए तय मजदूरी 311 रुपए है। निगम इससे कम रेट पर कर्मी नहीं ले सकता है। एजेंसियां प्रतियोगिता के चलते 311 से कम रेट दे रही हैं। अधिकारियों के समक्ष यही तकनीकी समस्या आड़े आ रही है जिस कारण सफाईकर्मियों की कमी पूरी नहीं हो पा रही है।
निगम की ओर से जारी निविदा शर्तों के मुताबिक सफाई मित्रों के रूप में कर्मी मुहैया कराने के लिए ऐसी एजेंसी का चयन किया जाएगा, जिसका रेट बाकी की तुलना में सबसे कम होगा। शर्तों के मुताबिक निविदा भरने वाली एजेंसियां प्रतियोगिता के चलते कलेक्टर दर से भी कम रेट में कर्मी उपलब्ध कराने को तैयार हैं। इस वर्ष चौथी बार पूरी की गई निविदा प्रक्रिया में भी न्यूनतम रेट लगाने वाले एजेंसी ने कलेक्टर दर से 16 फीसदी कम रेट लगाया है। नगर पालिक निगम सिंगरौली द्वारा निकाले गये अधिकांश टेंडर में अनुमानित लागत से भी बिलो पर ठेकेदार या एजेंसियों द्वारा टेंडर भरे जाते हैं, निगम द्वारा जो ठेेकेदार या एजेंसी सबसे कम रेट का टेंडर भरता है उसे ठेका दे दिय जाता है परन्तु सफाईकर्मियों के मामले में कलेक्टर रेट से भी कम का टेंडर भरा जा रहा है जिस कारण पेंच लगातार फंसता जा रहा है।