असमय वारिस एवं ओलावृष्टि से किसानों की फसल चौपट
चुरहट क्षेत्र में गिरे 250 ग्राम के ओले, खेत में गिर गई गेंहू की बालियां

सीधी, कॉल चिंतन
प्रकृति के बदलते रूख ने एक बार फिर किसानों की कमर तोड़ दी है। बेमौसम बारिस के साथ मंगलवार की दोपहर हुई झमाझम ओलावृष्टि से किसानों की खड़ी फसलें बर्बाद हो गई है। बाद दोपहर शुरू हुई बारिस के साथ ओलावृष्टि से जिले भर में किसानों को नुकशानी पहुंची है एक सर्वे के अनुसार सर्वाधिक ओलावृष्टि चुरहट विधानसभा क्षेत्र में हुई है, जहां ओले की साईज ढाई सौ ग्राम से ऊपर होने के चलते खेत में खड़ी गेंहू की फसलों की बालियां टूट कर जमीन में गिर गई। मौसम विभाग के अनुसार अभी आगे भी बारिस एवं ओलावृष्टि की संभावना जताई जा रही है। बता दें कि गत शनिवार को बारिस के साथ ओलावृष्टि में जिले के किसानों को भारी क्षति हुई थी रही सही कसर इन्द्रदेव ने मंगलवार को पूरी कर दी। जिसके चलते किसान सड़क पर आ गए है। स्थिती हो गई है कि 6 महीने खून पसीना एककर गेंहू सहित दलहनी फसलों को तैयार करने वाले किसान किसी लायक नही बचे है, गेेंहू के साथ-साथ दलहनी फसलों में चना,मसूर,अरहर,अलसी,मटर एवं सरसो की फसल बर्बाद हो गई है।
दो दिन हुई ओलावृष्टि
बेमौसम बारिस के साथ जिले में सप्ताह भर के भीतर दो दिन ओलावृृष्टि हुई है जिसके चलते किसानों को भारी क्षति पहुंची है। किसानों की माने तो शनिवार बाद दोपहर एवं मंगलवार दोपहर को हुई ओलावृष्टि से पकी पकाई फसलें नष्ट हो गई है स्थिति यह है कि जो किसान के्रडिट कार्ड के माध्यम से ऋण लेकर खेती किये थे उनके जीवन में संकट के बादल छा गए है। फसल में बर्बाद हो गई ऋण यथावत बना हुआ है। ऐसे में अब किसानों की स्थिति बद से बदतर नजर आने लगी है।
26 तक है अलर्ट
मौसम विभाग की माने तो यह स्थिति अभी 26 मार्च तक बनी रहेगी, जिससे साफ अंदाजा लगाया जा रहा है कि बीते दो दिनो में हुई झमाझम बारिस एवं ओलावृष्टि से चौपट फसलों के बाद भी राहत नही है, अलर्ट के अनुसार अभी यह मौसम 26 मार्च तक रहेगा। इसी तरह अगर प्रकृति बेरूख रही तो आगे भी बारिस के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई जा रही है।
सब्जियां भी हो गई बर्बाद
खेती के साथ-साथ आय का साधन तैयार करने वाले किसानों को इस ओलावृष्टि से दो तरफा मार हुई है। जिले के कई किसान सब्जी का भी व्यापार करते है जिनके द्वारा मौसमी सब्जियों को तैयार कर बाजार में बेंचा जाता था लेकिन बीते दो दिनो से हुई ओलावृष्टि ने सब्जी की फसलों को भी बर्बाद कर दिया है। स्थिति यह है कि किसान व सब्जी व्यापारी पूरी तरह से प्रकृति की मार के चलते बर्बाद हो गए है।
कलेक्टर ने लिया नुकसानी का जायजा
कलेक्टर साकेत मालवीय ने जिले में विगत दो दिनों में असमय बारिश के साथ ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों में संभावित नुकसान का आंकलन करने के सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिया है। वहीं कलेक्टर श्री मालवीय स्वयं चौफाल कोठार, चौफाल पवई तथा खाम्ह ग्रामों का भ्रमण कर असमय बारिश के कारण हुए फसल नुकसान का अवलोकन किया। इस दौरान कलेक्टर ने किसान भाइयों से चर्चा भी की तथा आश्वस्त किया है कि फसल नुकसान का पूरी पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता के साथ सर्वे कार्य कर आंकलन किया जाएगा तथा शासन के नियमानुसार राहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी। भ्रमण के दौरान उनके साथ उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलेश शर्मा भी उपस्थित रहे।