कलेक्ट्रेट के सामने बने वाटिका का नाम शिव वाटिका रखने पर कांग्रेस ने जताया विरोध
वाटिका का नाम महापुरूषों के नाम पर नहीं हुआ तो होगा आन्दोलन: प्रवीण सिंह

वैढ़न,सिंगरौली। कलेक्ट्रेट के सामने बने वाटिका का नाम सीएम शिवराज के नाम पर शिव वाटिका रखा गया है जिसे लेकर कांग्रेस के पूर्व युवा अध्यक्ष प्रवीण सिंह चौहान ने विरोध दर्ज कराया है तथा कहा है कि वाटिका का नाम देश के किसी महापुरूष के नाम पर होना चाहिए। यदि वाटिका का नाम नहीं बदला गया तो पार्टी इसके विरूद्ध आन्दोलन करेगी।
श्री चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार को खुश करने के लिए यहां के अधिकारी महिमामंडन करने पर तुले हुये हैं। इसका जीता जागता उदाहरण यदि देखना हो तो कलेक्ट्रेट के सामने बने हुए गार्डन में देखा जा सकता है जहां पर उक्त वाटिका में शिवराज सिंह की फोटो लगाकर के वक्त वाटिका का नाम शिव वाटिका दिया गया है जो कि वैधानिक रूप से गलत है इस तरीके से किसी भी गार्डन में किसी व्यक्ति विशेष का कब्जा नहीं दिखाया जा सकता । उन्होने कहा कि कुंवर अर्जुन सिंह जी दिग्विजय सिंह जी उमा भारती बाबूलाल गौर सिंह जी कमलनाथ जी भी मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के पद पर रहे हैं लेकिन इन लोगों ने कभी इस तरह की वाटिका का निर्माण अपने नाम नहीं कराया। यदि कराया होता तो मध्यप्रदेश में सारी वाटिका कांग्रेस के मुख्यमंत्री के नाम होती । ऐसा करना वैधानिक नजर नहीं आता बल्कि आयुक्त नगर निगम और भाजपा के नेताओं की चापलूसी को दर्शाता है यदि वाटिका का नामकरण करना ही था सिंगरौली जिले में पंडित श्याम कार्तिक जैसे महापुरुष एवं स्वर्गीय राम चरित्र जैसे महापुरुषों ने भी सिंगरौली की धरा पर जन्म लिया है यदि इन 2 महापुरुषों के नाम से उक्त वाटिका का नामकरण होता तो सिंगरौली जिले की शोभा बढ़ती लेकिन चापलूसी को अपनी चापलूसी शिवराज सिंह के समक्ष प्रस्तुत करनी है वाटिका का नामकरण नहीं हटाया गया तो पार्टी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी। उन्होने कहा कि कुंवर अर्जुन सिंह सीधी सिंगरौली के लिए पूरे विंध्य की धारा के महानायक थे और उन्होंने सिंगरौली को विकास प्राधिकरण की सौगात दी। विकास प्राधिकरण के बाद नगर निगम बनाया एनटीपीसी एनसीएल की स्थापना कराई, वाटिका का नाम कुंवर अर्जुन सिंह वाटिका होना चाहिए।