लाडली बहना के नाम पर रेवणी बांटने वाले सीएम शिवराज को हड़ताल पर बैठी आशा कार्यकर्ताओं की चिंता नहीं: प्रवीण सिंह चौहान
हड़ताल पर बैठी आशा कार्यकर्ताओं के समर्थन में पहुंचे कांग्रेसी

वैढ़न,सिंगरौली।जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेंटर के सामने अपनी 16 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठी आशा कार्यकर्ताओं को बल देने महिला कांग्रेस की अध्यक्ष कृष्णा सिंह परिहार महिला सेवा दल अध्यक्ष शालिनी श्रीवास्तव व प्रवीण सिंह चौहान पूर्व युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष पहुंचे । कांग्रेस नेताओं ने आशा बहनों को फ्रूटी पानी पिलाकर जलपान कराया आशा बहनों का उनके अनशन में समर्थन करते हुए कृष्णा सिंह परिहार एवं शालिनी श्रीवास्तव ने कहा कि आप देश की नारी शक्ति हो और महिला कांग्रेस का समर्थन पूरी तरह से आपके साथ हैं आपकी हर लड़ाई हमारी लड़ाई है पूरी मजबूती के साथ इस सरकार के विरोध में हम लोग लड़ेंगे।
प्रवीण सिंह चौहान ने अपना समर्थन करते हुए कहा कि आप सब भी मध्य प्रदेश की लाडली लक्ष्मी बहन है और शिवराज सिंह जहां एक तरफ लाडली लक्ष्मी बहन के नाम पर रेवाड़ी बांटने का काम कर रहे हैं तो दूसरी तरफ लाखों की संख्या में मध्यप्रदेश में बैठी आशा बहनों की आशाओं पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं क्या आप सब मध्यप्रदेश की लाडली बहन नहीं है? इसका जवाब शिवराज सिंह को देना होगा। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि आप सब महिला है हमारी माताएं बहन हैं और बड़े दुर्भाग्य की बात है कि सीधी सिंगरौली की सांसद भी आपकी तरह महिला हैं और हमारे सिंगरौली सीधी की बहन बेटी है लेकिन उन्हें आप के दर्द से कोई वास्ता नहीं। यदि वास्ता होता तो आप सबके बीच जरूर आती।
इसी बीच आशा कार्यकर्ताओं ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि सरकार हमारे साथ व्यापक पैमाने में अत्याचार कर रही है जब इनके मंत्री जिले में आते हैं तो भीड़ हमसे इक_ा कराई जाती है इनकी योजनाओं का प्रचार प्रसार गांव गांव शहर शहर में हम लोगों के द्वारा कराया जाता है लेकिन हमारा भत्ता मात्र 2000 महीने है। कई प्रदेश में आशा कार्यकर्ताओं को 10000 महीने भत्ता के रूप में प्राप्त हो रहा है तो हमें क्यों नहीं मिल सकता। एक अन्य आशा कार्यकर्ता ने कहा कि जिस तरह आपके द्वारा कोरोना काल में अपनी जान को जोखिम में डालकर अस्पतालों में पहुंचकर भोजन वितरण करने का काम किया था उसी तरह हम सब भी कोरोना काल में सुबह 8:00 बजे से अपने घर से निकलते थे और रात्रि 6:00 बजे पहुंचते थे हमने भी अपने परिवार जनों का अपने बच्चों का और स्वयं की जान जोखिम में डालकर के सेवा की, तब सरकार ने कहा था कि 200 प्रतिदिन के हिसाब से हम सबको दिया जाएगा लेकिन 200 प्रतिदिन देना तो दूर सरकार ने एक ढेला भी नहीं दिया। उन्होने कहा कि मप्र सरकार का रवैया ठीक नहीं है यदि हमारी 16 सूत्री मांगे नहीं मानी गई तो हम अनवरत अनशन पर बैठे रहेंगे और इस भाजपा सरकार और इनके नेताओं के खिलाफ गांव-गांव पहुंचकर इनकी पोल खोलने का काम करेंगे।