
वैढ़न,सिंगरौली। एनसीएल की विभिन्न परियोजनाओं से कोयले का परिवहन किया जा रहा है। क्षेत्र में जोरदार चर्चा है कि हर परियोजनाओं में कांटा बाबू तथा विक्रय प्रबंधक की साठ-गांठ से खदान से निकलने वाली गाड़ियों में कोयला कांटा पर आने के बाद ओवरलोड हो जाता है। इस मामले में आजकल निगाही परियोजना सुर्खियों में है।
सूत्रों की मानें तो निगाही परियोजना से प्रतिदिन बीस से पच्चीस गाड़ियां लोड होकर निकलती हैं। जिसमें प्रबंधन के नुमाइंदों की मिलीभगत से प्रतिगाड़ी औसतन तीन टन कोयला ओवरलोड होता है। यदि मौके पर जांच की जाये तो मामला का भांडाफोड़ किया जा सकता है। एनसीएल के कांटा के बाहर सुनियोजित तरीके से कोयला रखा जाता है। कांटा पार होते ही लोडरों तथा लेबरों से गाड़ी को ओवरलोड किया जाता है। इस खेल में एनसीएल प्रबंधन के नुमाइंदों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस भी बहती गंगा में हाथ धो रही है। सूत्रों की मानें तो पुलिस को हर ओवरलोड गाड़ी से एक रूपये प्रतिकिलो के हिसाब से ओवरलोड कोयले का सुविधा शुल्क वसूल कर रही है। यदि एक गाड़ी पर तीन टन कोयला ओवरलोड होता है तो एक रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से तीन हजार रूपये प्रति वाहन सुविधा शुल्क अदा किया जा रहा है। यदि पच्चीस गाड़ी प्रतिदिन निकल रही है तो पुलिस की वसूली का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
सिंगरौली जिले में कोयले का खेल कई तरह से खेला जा रहा है। यहां पर हजारों की संख्या में अवैध लाल ईंट भट्ठे संचालित हैं। इन भट्ठे को बंद करवाने की जिम्मेदारी जिले के खनिज विभाग के मत्थे जाती है। लेकिन बल की कमी का रोना रोते हुये विभाग ऐसी समस्याओं से पल्ला झाड़ लेता है। खनिज विभाग ने शिकायत होने पर जिले में चार-पांच स्थानों पर डंप हुये चोरी के कोयले को अभी हाल ही हाल में जप्त करने काम भी किया है। बची पुलिस तो उसके पौ बारह हैं। हर थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित ईंट भट्ठे संचालित हैं। जहां तक जानकारी मिली है उसके अनुसार हर भट्ठे पर थाने का बीट प्रभारी हर महीने दस्तक देता है। थाना प्रभारी की रजामंदी से वहां से सुविधा शुल्क प्रतिमाह लिया जाता है। सुविधा शुल्क की एवज में ईंट का उत्पादन एवं परिवहन की सुविधा प्रदान की जाती है। जहां जहां ईंट भट्ठे संचालित हैं इनका पेट भरने के लिए चोरी का कोयला भी उपलब्ध है। एनसीएल का सैकड़ो टन कोयला चोरी होकर इन ईंट भ_ों तक पहुंचाया जा रहा है। इस आपूर्ति में सायकिल सवार से लेकर ट्रेक्टर चालक तक शामिल है। कोल यार्डों, खदानों आदि से कोयला चोरी होकर के जगह-जगह डंप किया जात है और वहां से भ_ों तथा अन्य स्थानों तक पहुंचाया जाता है। एनसीएल महासमुद्र से कोयले का खेल खेलकर लोग धन के तालाब में डुबकी लगा रहे हैं। नवागत पुलिस अधीक्षक से अपेक्षा की जाती है कि उचित कार्यवाही करके अवैध वसूली के ट्रैक को अवरूद्ध करने का कष्ट करें।