नेता प्रतिपक्ष का रानी कमलापति के संदर्भ मे दिया गया बयान जनजातीय भावना के खिलाफ: कांत देव सिंह

वैढ़न,सिंगरौली। नेता प्रतिपक्ष विधानसभा डा. गोविंद सिंह का रानी कमलापति जी के बारे मे दिया गया घृणित वक्तव्य पूरे जनजातीय समुदाय के सम्मान एवं गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है, ऐसा कहना है भारतीय जनता पार्टी के प्रेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह का। पिछले दिनो संविधान निर्माता भीम राव अंबेडकर जी की जयंती पर मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डाक्टर गोविंद सिंह ने सार्वजनिक मंच से स्वर्गीय रानी कमलापति जी के बारे मे आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिस पर भारतीय जनता पार्टी ने घोर आपत्ति जताई है। प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह एवं जिलाध्यक्ष राम सुमिरन गुप्ता ने नेता प्रतिपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुये उनके इस वक्तव्य को पूरे जनजातीय समाज का अपमान तथा घोर निंदनीय बताया है। भारतीय जनता पार्टी जिला सिंगरौली ने प्रत्येक मंडल स्तर पर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया तथा नेता प्रतिपक्ष डाक्टर गोविंद सिंह का पुतला दहन किया।
जिले के जयंत मंडल मे प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह, सिंगरौली विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष दिलीप शाह तथा जिलाध्यक्ष राम सुमिरन गुप्ता जी की विशेष उपस्थित मे एवं मंडल अध्यक्ष संदीप झा के नेतृत्व मे नेता प्रतिपक्ष का पुतला दहन किया गया तथा कांग्रेस पार्टी के खिलाफ नारेबाजी की गई। भाजपा के जिला सह मीडिया प्रभारी नीरज सिंह परिहार द्वारा जारी प्रेस नोट मे प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह ने पूरी कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी किसी राष्ट्र नायक को सम्मान मिलते हुये नहीं देख सकती। तुष्टिकरण की राजनीति से ग्रसित कांग्रेस सदा ही आक्रमणकारियों और अताताइयों का महिमा मंडन करती आ रही है। जिन रानी कमलापति को कंगेसी नेता ऐरा गैरा बताने का प्रयास कर रहे हैं क्या उन्हें रानी कमलापति का इतिहास पता है। 17वीं शताब्दी के कालखंड मे भोपाल को बसाने और विदेशी आक्रमणकारियों से बचाने के लिये उन्होंने अपने बच्चों समेत प्राण न्यौछावर कर दिये थे। कांग्रेस पार्टी सदा से विघटन की राजनीति करती आई है , हर वास्तविक राष्ट्र नायक इन्हें ऐरा गैरा प्रतीत होता है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही कांग्रेस ने देश भर के पाठ्यक्रम से राष्ट्रीय नायकों को हटा कर विदेशी आक्रमणकारी और अताताइयों को नायक बनाकर पेश किया और हमारी गौरवमई गाथाओं को गायब कर दिया। आज जब हमारी राष्ट्रवादी सरकार नई शिक्षा नीति लागू कर पुन: अपने वास्तविक गौरवशाली इतिहास को पाठ्यक्रम मे शामिल कर रही है तो कांग्रेस और उनके सहयोगी दल तिलमिला रहे हैं।
प्रदर्शन के दौरान सभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने नेता प्रतिपक्ष से इस्तीफा देने की मांग करते हुये कहा कि गोविंद सिह इस संवैधानिक पर पर रहने योग्य नहीं हैं उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। विरोध प्रदर्शन के इस कार्यक्रम मे मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष तथा मंडल प्रभारी राजेश तिवारी, जिला उपाध्यक्ष सरोज सिंह, वरिष्ठ नेत्री आशा यादव, भाजयुमो जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, मंडल उपाध्यक्ष अलख राम वैश्य, कौशल शाह, रीता सोनी, मंडल महामंत्री कमलेश वर्मा, पुनीत शुक्ला, विपिन सिंह, विनोद सिंह, जितेन्द्र दुबे, विजय सिंह, सुजीत सिंह, दिनेश शर्मा, अरविंद वैश्य, भगत सिंह समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।