मध्य प्रदेश

कलेक्टर ने किया विंध्याचल बालिका सशक्तीकरण अभियान, 2023 तैयारी कल की का शुभारंभ

एनटीपीसी और विकास एक दूसरे का पर्याय: परमार, जेम की बालिकाएँ बन रही है प्रेरणा श्रोत: नायक

सिंगरौली। एनटीपीसी और क्षेत्र का विकास एक दुसरे का पर्याय है। क्षेत्रीय ग्रामीण विकास में एनटीपीसी विंध्याचल की भूमिका सकारात्मक है। यही वजह है कि जिले के लोगों का जितना विश्वास प्रशासन के ऊपर है उतना ही एनटीपीसी पर है। एनटीपीसी विंध्याचल द्वारा आयोजित किए जाने वाला बालिका सशक्तिकरण अभियान एक अनुकरणीय पहल है, जिससे ग्रामीण बालिकाओं को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने एक प्लेटफार्म मिलेगा। यह बातें जिला कलेक्टर अरुण कुमार परमार नें आज विंध्याचल परियोजना के बालिका सशक्तिकरण अभियान, 2023 तैयारी कल की के उदघाटन समारोह में मैत्री सभागर में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होनें कहा कि एनटीपीसी विद्युत उत्पादन के साथ-साथ सीएसआर के तहत ग्रामीण विकास विस्थापितों के कल्याण एवं बालिकाओं को सशक्त बनाने के दिशा में भी अनुकरणीय कार्य कर रही है।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित विंध्याचल प्रमुख सुभाष चन्द्र नायक नें अपने उद्बोधन में कहा कि बालिका सशक्तिकरण अभियान वर्ष 2018 से सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है, जिसका उदेश्य ग्रामीण बालिकाओं को सशक्त बनाकर रोल मॉडेल के रूप में तैयार करना है। उन्होनें कहा कि वर्ष 2018 बैच की बालिकाएँ आज दसवीं पास कर ग्यारवी में प्रवेश कर चुकी है जो बहुत खुशी की बात है। निश्चित रूप से ये बालिकाएँ समाज एवं क्षेत्र में अपना नाम रोशन करेंगी।

श्री नायक नें कहा कि एनटीपीसी न सिर्फ देश को बिजली बनाकर प्रकाशित करने का कार्य कर रही है। अपितु अपने सीएसआर विभाग के माध्यम से एनटीपीसी परियोजनाओं के आप-पास के क्षेत्रों में निवास करने वाले ग्रामीणों के जीवन स्तर को सुधारने हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाकर उनके जीवन को प्रकाशमान करती हैं। हम केवल जेम तक ही सीमित नही रहे है बच्चों के मूल्याकन के परिणाम एवं शिक्षा के प्रति रुचि को ध्यान में रखते हुये परियोजना के डीपीएस, डी-पॉल स्कूलों में प्रवेश दिलाकर उनकी अन्य आवश्यकताओं को भी पूरा करने का प्रयास किया है। इसके अलावा अन्य दैनिक जीवन उपयोगी प्रशिक्षण जैसे- योगा, खेल-कूद, गुड टच एवं बैड टच आदि का ज्ञान प्रदान करते हुये उन्हे जीवन के हर परिस्थिति में जीवन जीने की कला को भी सीखाने का भी प्रयास किया है। विंध्याचल परियोजना द्वारा आज बालिका सशक्तिकरण अभियान,2023 का शुभारंभ मैत्री सभागार में किया गया। कार्यक्रम के उदघाटन अवसर पर कलेक्टर अरुण कुमार परमार, विंध्याचल परियोजना प्रमुख सुभाष चन्द्र नायक, सिंगरौली विद्युत गृह के समूह महाप्रबंधक राजीव अकोटकर, मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) ई सत्य फनी कुमार, कमांडेंट (सी आई एस एफ) श्री पंकज बलियान सहित उपस्थित महाप्रबंधकगणों, सुहासिनी संघ की अध्यक्षा श्रीमती श्रोत्सिविनी नायक सहित सुहासिनी संघ की पदाधिकारीयों की उपस्थिती में दीप प्रज्वलन एवं एनटीपीसी गीत के साथ इस कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।

इस अवसर पर विंध्याचल परियोजना प्रमुख सुभाष चन्द्र नायक नें मुख्य अतिथि कलेक्टर, अरुण कुमार परमार को शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर परियोजना के महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष, परियोजना के डी पी एस, डी-पॉल एवं एस एस एम स्कूल के प्रधानाचार्य, यूनियन/एसोसिएशन के प्रतिनिधि, प्रेस व इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि, “बालिका सशक्तीकरण अभियान” 2023 की सभी बालिकाओं के अभिभावकगण एवं सभी बालिकाएँ भी उपस्थित रही । बालिका सशक्तिकरण अभियान, 2023 के उदघाटन अवसर पर बालिका सशक्तिकरण अभियान के प्रथम बैच, 2018 की डीपीएस एवं डी-पॉल में कक्षा 10 उत्तीर्ण छात्राओं नें अपने-अपने अनुभव को साझा किया। इस दौरान डीपीएस विंध्यनगर की छात्रा काजल विश्वकर्मा नें बताया कि शुरुआत में उसे थोड़ी परेशानी हुई परंतु स्कूल प्रबंधन, सुहासिनी संघ की अध्यक्षा एवं पदाधिकारियों के मार्गदर्शन में झिझक दूर होती गई और सभी के मार्गदर्शन में उसने इस वर्ष कक्षा 10 की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की, जिसके लिए उसने विंध्याचल प्रबंधन एवं विद्यालय का आभार भी ज्ञापित किया।

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