आबिद ने दहेज में ली सिर्फ कुरान शरीफ बारातियों का खर्च भी वहन किया बोले सभी करें दहेज प्रथा का विरोध

देवसर। सिंगरौली जिले के देवसर में एक ऐसी अनोखी शादी जिसमे बारातियों का सारा खर्चा लड़के पक्ष की तरफ से रखा गया, और विदाई में सिर्फ कुरआन शरीफ ली, आज जहां रिवाज़ के नाम पर दहेज़ और बारातियों के नाम पर लड़की पक्ष के घर चार पांच सौ लोगों का खाना जोड़कर सामान्य खर्च करीब 5 -10 लाख रूपए आता है,जो की गरीबों के लिए बगैर ब्याज पर कर्ज लिए या खुद की प्रॉपर्टी बेचे संभव ही नहीं है, ऐसे में बगैर दहेज और बारातियों का खर्च लड़के पक्ष के तरफ से उठाना एक बहुत बड़ी मिशाल है द्य मध्य प्रदेश अल्पसंख्यक विकास कमेटी जिला सिंगरौली के प्रभारी दूल्हा आबिद हुसैन अंसारी से जब पूछा गया की आपके मन में ये खयाल कैसे आया तो उनका साफ साफ कहना था की मेरे मुस्लिम समाज और लगभग हर समाज की लड़कियां दहेज के लिए प्रताड़ित की जा रही हैं, यहां तक की हमारे यहां की कई गरीब घर की लड़कियां सागर दमोह ब्याही गई हैं क्योंकि उनके पिता के पास दहेज के लिए मोटी रकम और खिलाने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं था, लोगों का आज अपने खुदा से खौफ खत्म हो चुका है उन्हें लगता है की इस बुराई का हिसाब अल्लाह को नहीं देना होगा जबकी ऐसा नहीं है, हम सब को लौट के खुदा के पास जाना है और हर चीज का बराबर हिसाब देना पड़ेगा, आबिद का कहना ये भी है की दहेज ना लेकर मैने लड़की के पिता पर कोई एहसान नहीं किया है बल्कि एहसान उस मां बाप का है जो इतने साल पाल पोस के बड़ा किया और अब अपने कलेजे के टुकड़े को मेरे हवाले कर दिया, और ऐसा मैंने दुनिया को दिखाने के लिए नही बल्की रब को राज़ी करने के लिए किया, सभी लोग लड़की के लिए शादी बहुत आसान करें ताकी लड़की मां बाप पे बोझ ना बने।