मध्य प्रदेश

सिंगरौली को ऊर्जाधानी बनाने में अपना खून पसीना बहाने वालों को कोई पूछने वाला नहीं: प्रवीण सिंह

कहा-भाजपा सरकार ने बिल्डरों की कालोनियों को तो वैद्य कर दिया परन्तु अब तक मजदूर को झोपड़पट्टी का नहीं मिला मालिकाना हक

वैढ़न,सिंगरौली। सिंगरौली को सजाने संवारने में कई प्रांतों से लेबर और मजदूर आकर के अपना पसीना बहा करके एनसीयल और एनटीपीसी में कार्य कर अपना जीविकोपार्जन कई वर्षों से कर रहे हैं ऐसे हजारों की संख्या में लोग ग्रीनहार्ट सिंपलेक्स कॉलोनी गोलाई बस्ती जयंत जयतपुर मोरवा व अन्य स्थानों पर निवास कर रहे हैं यहां पर स्थित कोयले कारखाने एवं अन्य कंपनियों में यह लोग मजदूरी का कार्य वर्षों से कर रहे हैं। आज इनकी दूसरी तीसरी पीढ़ी इन घरों में निवासरत है। आए दिन एनसीएल और एनटीपीसी इनको नोटिस देकर के घर उजाड़ने गरीब मजदूरों के द्वारा बनाए गए आशियाने को हटाने की धमकी देती है। प्रबंधन के लोग सरकार और यहां के जनप्रतिनिधि यह भूल जाते हैं यह वही लोग हैं जिन्होंने अपना पसीना बहा करके खून बहा करके इस सिंगरौली को ऊर्जाधानी बनाने का कार्य किया है । चुनाव जब नजदीक आता है तो यहां के जनप्रतिनिधि इन बस्तियों में घूम कर के दारु मुर्गा कुछ लालच देकर वोट तो ले लेते हैं लेकिन इन गरीबों के आशियाने पर कभी ध्यान नहीं देते। उक्त बाते कहीं युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व जिला मीडिया प्रभारी ग्रामण प्रवीण सिंह चौहान ने।

श्री चौहान ने कहा कि हाल ही में भाजपा की सरकार शिवराज सिंह ने बड़े-बड़े बिल्डरों के अवैध कालोनियों को वैध कर दिया लेकिन इन गरीबों को पट्टा देने वाला इन गरीबों की लड़ाई लड़ने वाला इन गरीबों को आवास उपलब्ध कराने वाला कोई जनप्रतिनिधि सामने नहीं आ रहा है। सिंगरौली जिले में यह एक बहुत बड़ा विषय है तमाम लोग अपने जीवन भर की गाढ़ी कमाई से एनसीएल एनटीपीसी की जमीनों पर वर्षों से अपना आशियाना बना कर रह रहे हैं जिन्हें आए दिन एनसीएल और एनटीपीसी उजाड़ने की धमकी देती है ऐसे तमाम गरीब मजदूर वर्ग के बने आशियाने को सीएसआर के माध्यम से अन्य मदों से सर्वे कराकर उसी स्थान पर इन्हें पक्का घर सुविधा युक्त घर व जमीन का पट्टा देने की आवश्यकता है कांग्रेस की सरकार में तमाम झुग्गी झोपड़ी वालों को कुंवर अर्जुन सिंह जी के कार्यकाल में पट्टा दिया गया और ग्रामीण अंचल क्षेत्र में भूमिहीनों को 5 एकड़ का पट्टा वितरण किया गया वर्तमान की सरकार एक डिसमिल घर बनाने के लिए जमीन देने का कार्य कर रही है जहां ढंग से शौचालय भी नहीं बन पाएगा सिंगरौली जिले में रह रहे गरीब मजदूर के अधिकारों की लड़ाई लड़ने की आवश्यकता है जहां एक और एनसीएल एनटीपीसी प्रबंधन इन गरीब मजदूरों के झोपड़े को हटाने की धमकी देता रहता है तो दूसरी तरफ जनप्रतिनिधि भी इनका वोट लेकर इनको इनके हाल पर छोड़ देते हैं ऐसे में ग्रीन हट सिंपलेक्स गोलाई बस्ती जयंत में रेलवे के किनारे सिंगरौली मोरवा में बसे तमाम गरीब मजदूर वर्ग के लोगों की लड़ाई इन के हक अधिकार व जमीन की लड़ाई हर स्तर तक सरकार से लड़ने का कार्य करूंगा

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