चितरंगी में केवाईसी अपडेट कराने के लिए एसबीआई कियोस्क सेंटर को देनी पड़ती है सुविधा शुल्क-देखे वीडियो
बैंक में ज्यादा भीड़ होने की वजह से कियोस्क सेंटर में केवाईसी कराने को मजबूर हैं लाडली बहना

काल चिंतन संवाददाता
चितरंगी,सिंगरौली। मप्र सरकार की महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना के पैसे अधिकांस खातों में आ गये हैं परन्तु जिले के ग्रामीण इलाकों में अभी भी कई बहनों का अभी तक केवाईसी और पंजियन ही नहीं हो पाया है। जरूरतमंद महिलाएं हर हाल में अपना नाम लाडली बहना योजना में दर्ज कराना चाहती हैं जिसका फायदा ग्रामीण इलाकों के कियोस्क संचालक उठा रहे हैं। चितरंगी में संचालित एसबीआई बैैंक में इन दिनों केवाईसी कराने के लिए पहुंच रही बहनों की इतनी भीड़ हो गयी है कि हफ्तो चक्कर लगाने के बावजूद बहने बैंक के काउंटर तक नहीं पहुंच पा रही हैं। लाडली बहनों की मजबूरी का फायदा स्थानीय कियोस्क संचालक द्वारा जमकर उठाया जा रहा है।
खाताधारकों ने बताया कि चितरंगी में एसबीआई के कियोस्क सेंटर द्वारा महिलाओं का केवाईसी अपडेट करने के नाम पर प्रति व्यक्ति दो सौ रूपये की सुविध शुल्क ली जा रही है। जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कहा गया है कि केवाईसी और लाडली बहना पंजियन में किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जायेगा। यदि प्राईवेट एमपीआनलाईन सेंटर द्वारा केवाईसी अपडेट की जाती है तो भी उसे सरकार की तरफ से कमीशन दिया जायेगा। बैंक केवाईसी अपडेट करने के लिए कोई चार्ज नहीं लेंगे इसके बावजूद एसबीआई कियोस्क शाखा चितरंगी में बैंक खाताधारकों से केवाईसी के नाम पर 200 रूपये प्रति व्यक्ति लिया जा रहा है। इसके बाद फार्म वेरीफाई किया जाता है फिर उस फॉर्म को मेन ब्रांच में भेजा जाता है।
हद तो यह है कि इतना करने के बावजूद केवाईसी नहीं हो पा रही है। कियोस्क संचालक द्वारा बताया गया कि हमें केवाईसी के लिए बैंक द्वारा कोई कमीशन नहीं मिलता इसलिए पैसा लिया जाता है जबकि बैंक खाताधारकों से लिए गए 200 की कियोस्क संचालक द्वारा कोई रसीद नहीं दी जाती एसबीआई के मेन बैंक में केवाईसी के लिए एक महीने से लगातार भीड़ लगी हुई है, लेकिन काम नहीं हो रहा है और भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही। परेशान खाताधारकों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुये जांच कराकर अवैध वसूली पर रोक लगायी जाये।