मोरवा थाना क्षेत्र में अराजकता पसरी
हप्ते भर में जघन्य बलात्कार व मारपीट की कई घटनाएं घटित

वैढ़न,सिंगरौली। जिले के पुलिस बल में स्थानांतरण का दौर चल रहा है। स्थानांतरण के दौर में मोरवा थाने में भी नये थाना प्रभारी की नियुक्ति हुयी। प्रभारियों के आने जाने के बीच अराजक तत्वों के हौसले बुंलंद हो गये। एक हफ्ते के अंदर एक जघन्य बलात्कार के साथ-साथ मारपीट की तकरीबन चार घटनाएं ताबड़तोड़ घटित हुयीं जिससे क्षेत्र में अमनपसंद लोगों के बीच में दहशत ब्याप्त है।
गत पाँच जुलाई को एक दलित किशोरी का अपहरण करके उसके साथ चार दिन तक बलात्कार करने की सनसनीखेज घटना घटित हुयी। हालांकि पुलिस विभाग ने इस घटना को मीडिया तक पहुंचने नहीं दिया। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी की। लेकिन घटना जिस तरह घटी वह अपराधों में गुणात्मक वृद्धि की ओर इशारा कर रही है। पीड़िता की माँ ने बताया कि वह मेढ़ौली गांव में गैस गोदाम के पास निर्माण कार्य में पूरे परिवार के साथ कार्य करती है। जिसमें उसकी एक किशोरी पुत्री भी काम करती है। ठेकेदार का नाम खुर्शीद बताती है। पाँच जुलाई को जब पीड़िता लघुशंका करने निर्माणस्थल से कुछ दूरी पर गयी तो वहां पर दो बाईक सवार आये। एक बाईक में तीन आदमी और एक बाईक में एक आदमी बैठा था। बाईक घुमाकर उन्होने किशोरी का अपहरण किया और उसे नदी क्षेत्र में छठ घाट के पास एक सूनसान कमरे में लेजाकर बंद कर दिया। जहां असलम खान नामक व्यक्ति ने उसके साथ चार दिन तक बलात्कार किया। घटना की जघन्यता इतनी थी कि उसे चार दिनों तक दाना पानी के लिए भी तरसा दिया गया। उसे बार-बार धमकाया जाता था कि यदि उसने भागने की कोशिश की तो भयानक परिणाम भुगतना पड़ सकता है। चौथे दिन किसी तरह पिछवाड़े से खिड़की का दरवाजा तोड़कर भागने में सफल हुयी। पेट पकड़कर वह मेढ़ौली निर्माणस्थल तक पहुंची जहां उसकी माँ काम करती थी। उसे घर ले जाया गया जहां उसने अपनी माँ से आपबीती सुनाया। पीड़िता की माँ यह भी बताती है कि घटना होने के बाद खुर्शीद उर्फ पप्पू खान ने दबाव बनाया कि वह रिपोर्ट करने न जाये। उसकी माँ ने यह भी बताया कि जब लड़की गायब हुयी थी तो ठेकेदार से पूछने पर उसे जवाब मिलता था कि तुम काम करो। लड़की आ जायेगी। आज नहीं कल आ जायेगी। ठेकेदार की बात सुनकर उसे शंका हुआ और उसने खोजबीन भी शुरू कर दी। लड़की को सामान्य होने में चार पाँच दिन का समय लगा। इसके बाद माँ बाप ने जाकर मोरवा थाने में घटना की रिपोर्ट लिखवायी।
आरोपी का नहीं गिरा घर
बलात्कार की जघन्य घटना में पुलिस ने सारी धाराएं लगायीं, गिरफ्तारी भी हुयी, पाक्सो एक्ट भी लगा फिर भी आरोपी का घर गिराने के प्रति मुख्यमंत्री ने अपने चिर परिचित अंदाज में कोई आदेश नहीं दिया। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है।
मारपीट की चार घटनाएं
19.07.2023 को एल.आई.जी. चौक स्थित हैप्पी होटल पर कपिल राणा सब्जी लेने गया था तभी पूराने विवाद को लेकर मुन्ना गुप्ता ने उसे अपनी आई 20 कार से टक्कर मार दिया जब वह जमीन पर गिर गया तभी वहां पर बाबू, मनीष गुप्ता, प्रदीप आये और माँ बहन की भद्दी-भद्दी गाली देते हुये लाठी डण्डा से मारने लगे मारपीट से कपिल राणा के बाये हाथ मे बाये तरफ पसली में दोनो पैर मे एवं शरीर के अन्य भाग पर चोट आई है तथा बाद मे 5-6 अन्य व्यक्ति आये जिनके द्वारा लात घूसो से मारा गया।
20/07/2023 को रात्रि करीबन 12.50 बजे कपिल राणा पिता मनोज सिंह के साथ अभिमन्यु गुप्ता वगैरह मारपीट किये थे जिसकी रिपोर्ट थाना मोरवा मे की जा रही थी तभी आवेदक कपिल राणा के कम्पनी के अजीत सिंह पिता स्व शीशपाल सिंह उम्र 38 वर्ष सा. गैस गोदाम थाना मोरवा एवं महेन्दर तिवारी पिता राजेन्द्र प्रसाद तिवारी उम्र 30 वर्ष सा. नवजीवन बिहार सेक्टर 02 हाल पता गैस गोदाम रोड थाना मोरवा एवं संतोष पाण्डेय पिता स्व. लालजीराम पाण्डेय उम्र 24 वर्ष निवासी गैस गोदाम थाना मोरवा जिला सिंगरौली (म.प्र.) तथा अनावेदक पक्ष के अभिमन्यु गुप्ता उर्फ मुन्ना पिता रामकृष्ण गुप्ता उम्र 35 वर्ष सा. भगत सिंह कालोनी थाना मोरवा का आपस मे बाद बिवाद करते हुये एक दुसरे को मरने मारने पर उतारू हो गये थे। पुलिस द्वारा समझाईस देने पर और अधिक उतावलेपन में आकर गंभीर घटना घटित करने पर आमादा थे यदि उपरोक्त चारो व्यक्तियों को गिरफ्तार नही किया जाता तो कोई भी गंभीर घटना घटित हो सकती थी। पुलिस ने शान्ति व्यवस्था बनाये रखने एवं गंभीर घटना घटित होने से रोकने हेतु सोनू माली पिता बाबा माली उम्र 32 वर्ष सा. गोरबी थाना मोरवा एवं ओम प्रकाश पिता रामभजन यादव उम्र 28 वर्ष निवासी खिरवा थाना मोरवा जिला सिंगरौली को गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार अजगुढ़ गांव में भी मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था।
मोरवा थाना क्षेत्र मिश्रित आबादी क्षेत्र है। यहां के व्यवसायी, शिक्षाविद, राजनीतिक पार्टियों के लोग निवास करते हैं। जागरूक व्यक्तियों का प्रतिशत अच्छा है। इसके अतिरिक्त अराजक तत्वों की भी अच्छी संख्या है। नवागत थाना प्रभारी के सामने चुनौतियां हैं। जिनका समाधान समरसता बनाकर करना होगा।