जबलपुर, नरसिंहपुर, पचमढ़ी में बाढ़ के हालात, पन्ना, भिंड, विदिशा, रायसेन समेत कई जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट

भोपाल. मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय है. पिछले 24 घंटों के दौरान नरसिंहपुर, पचमढ़ी और उमरिया में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। वहीं उत्तरी छत्तीसगढ़ पर बना अवदाब क्षेत्र कमजोर होकर कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है। फिलहाल यह मौसमी सिस्टम उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर सक्रिय है। मॉनसून द्रोणिका भी पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से होते हुए कम दबाव के क्षेत्र से छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल होते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुंच रही है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इन दोनों मौसमी सिस्टम के असर से शुक्रवार-शनिवार को भोपाल, सागर, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. संभाग के बाकी जिलों में हल्की बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों में पन्ना, दमोह, निवाड़ी, दतिया, भिंड, मुरैना, विदिशा और रायसेन जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा सीहोर, नर्मदापुरम, अशोकनगर, शिवपुरी, नरसिंहपुर, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
इन जिलों में 24 घंटे की बारिश का डेटा
जबकि पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह 8:30 बजे तक नरसिंहपुर में 176, पचमढ़ी में 124.4, उमरिया में 107.8, सिवनी में 103.6, दतिया में 86.8, खजुराहो में 72, रीवा में 68, जबलपुर में 61.8, सागर में 54.8, रायसेन में 54.8। सीधी में 2.6, इंदौर में 2.4, उज्जैन में 1.2, धार में 0.5 मिलीमीटर। राजगढ़ में बारिश हुई।
इसके चलते एमपी में भारी बारिश हो रही है
मौसम केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम-उत्तर दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके दक्षिणी उत्तर प्रदेश तक पहुंचने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर मौसमी सिस्टम के प्रभाव से लगातार नमी मिल रही है। इसके चलते मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश हो रही है. तीन दिनों तक रुक-रुक कर बारिश जारी रह सकती है