रक्षा बंधन का त्यौहार स्नेह और आपस में मिलजुल कर रहने का त्यौहार है: बी के शोभा दीदी
ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा जिला जेल पचोर में कैदियों के साथ मनाया गया रक्षा बंधन का त्यौहार

वैढ़न,सिंगरौली। रक्षा बंधन का त्यौहार हम भारत वासी बड़े ही स्नेह और प्यार से मनाते है। रक्षा बंधन का रहस्य बताया कि रक्षा बन्धन है पवित्रता का त्यौहार। हम सबको आपस में एकता के सूत्र में रहना ही सच्चा रक्षा बंधन हैं। हर एक के अन्दर जो पांच विकार है उनको अपने अन्दर से निकालना है। आगे उन्होंने बताया कि अपने मन को मन्दिर बनाना है और मन्दिर में हमेशा देवी – देवता रहते है तो अपने आप को उनके जैसा बनना है और उनके गुणों को धारण करना है एवं अपने अन्दर जो बुराईयां है उनको निकालना है। आगे बताया कि जैसा कर्म हम करेंगे हमें देख के दूसरा करेंगे जैसे – अगर हम ऊपर सफेद बॉल फैकते है तो हमें सफेद बॉल ही मिलेंगी और अगर हम काली बॉल फैकते है तो काली ही मिलेंगी। ठीक उसी प्रकार हम अगर अच्छे कर्म करते है तो हमें अच्छा ही मिलेगा। हमको अपनी वृत्ति और दृष्टि को सही बनाना है।
सभी कैदी भाईयों को रक्षा सूत्र बांधा एवं सभी कैदी भाईयों से प्रतिज्ञा कराई कि -(1) हमें अपने विश्व की सभी आत्माओं के प्रति सदा शुभभावना,शुभकामना रखेंगे।(2) हम कभी किसी की कमी- कमजोरी को नहीं देखेंगे सभी की विशेषता देखेंगे तथा अपने अंदर धारण करेंगे और वर्णन करेंगे।(3) हम परमात्मा की याद से अपने अंदर जो मनोविकार हैं उन पर विजय प्राप्त कर स्वराज अधिकारी बनेंगे।(4) हम कभी भी किसी भी नशे का सेवन नहीं करेंगे, स्वयं नशा मुक्ति बनेंगे, औरों को भी नशा मुक्त बनाएंगे। (5)हम अपनी मातृभूमि का, अपने वरिष्ठ जनों का, कन्याओं का, नारियों का सम्मान करेंगे। (6)हम अपने आसपास के परिसर को स्वच्छ रखने का प्रयास करेंगे और दूसरों को भी स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगे।(7)हम बिजली, पानी, पेड़- पौधों तथा पर्यावरण का संरक्षण एवं संवर्धन करेंगे। साथ ही बीके अंजू बहन ने सभी भाइयों को आत्मा का और परमात्मा का परिचय दिया कि हम सभी उसे परमपिता परमात्मा की संतान है, हम भी बिंदी हैं वह परमात्मा भी बिंदी है और यह सारा ड्रामा भी बिंदी है और अगर हम उस परमात्मा को याद करेंगे तो हमसे कोई गलत कर्म नहीं होंगे और ना ही हमें कभी कोई दुख होगा हम सदा सुरक्षित रहेंगे खुशहाल रहेंगे इस प्रकार सभी कैदी भाईयों ने ब्रह्माकुमारी बहनों के साथ रक्षा बन्धन बड़े ही खुशी से मनाया। ब्रह्माकुमारी बहनों ने 650 कैदियों को रक्षा सूत्र बांधकर आत्म स्मृति का तिलक लगाया तथा प्रसाद दिया , पचोर जेल के जेलर श्री एल के त्रिपाठी भाई जी ने सभी ब्रह्माकुमारी भाई बहनों के इस कार्य को सराहा और उनका अंत में धन्यवाद किया।