
सिंगरौली। सिंगरौली जिले की तीनों विधानसभा सीटों से कांग्रेस व भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। टिकट वितरण के साथ ही लम्बे समय से टिकट के दावेदार रहे नेताओं ने बागी सुर अख्तियार कर लिया है। बताया जा रहा है कि सिंगरौली विधानसभा सीट से भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रमानिवास शाह को टिकट की घोषणा से खफा होकर वर्तमान विधायक रामलल्लू वैस काफी नाराज हैं और उन्होने पार्टी से इस्तीफा देने का मन बना लिया है। सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा कि यदि आगामी चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार हारते हैं, तो इसका आरोप उनके ऊपर लगाया जाएगा। इस कारण वह अभी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे।
उन्होंने बताया कि आगामी 1-2 दिनों में वह अपना इस्तीफा पार्टी को सौंप देंगे। किसी अन्य पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की बात को उन्होंने अभी नकारा है, परंतु यह कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी समय में वह अपने समर्थकों के साथ दूसरी पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं। इसकी स्थिति आगामी दो-तीन दिनों में साफ हो जाएगी। फिलहाल भाजपा के वरिष्ठ नेता और तीन बार के विधायक रहे रामलल्लू वैश्य के इस्तीफा से पार्टी में खलबली मच गई है। गौरतलब है कि दोनों ही प्रमुख पार्टियाँ कांग्रेस एवं भाजपा में टिकट वितरण के बाद नाराजगी देखी जा रही है। देवसर में भजपा के वर्तमान विधायक सुभाष रामचरित्र को टिकट न देने से सुभाष वर्मा सहित उनके समर्थक भी नाराज बताये जा रह हैं। फिलहाल नाराज विधायकों को मनाने का दौर चल रहा है। आने वाले दिनों में स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि बागी कौन सा कदम उठाते हैं।
कुछ ऐसा ही हाल कांग्रेस में भी है। सिंगरौली विधानसभा से श्रीमती रेनू शाह को उम्मीदवार बनाये जाने के बाद कुछ दावेदारों द्वारा विरोधी स्वर उठाये गये जिसमें अब मान मनौव्वल का दौर चल रहा है।