
सिंगरौली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का प्रचार शोर थम गया। अब प्रत्याशी और उनके समर्थक चुपचाप दरवाजे-दरवाजे जाकर मान मनौव्वल की खुसर, फुसर में लग गये हैं। सिंगरौली जिले की विधानसभा सीट सिंगरौली में प्रचार थमते-थमते त्रिकोणीय संघर्ष उभरकर सामने आया है। शुरूआती दौर में आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती रानी अग्रवाल का शोर चढ़कर बोल रहा था लेकिन एक सप्ताह के भीतर भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस तथा बहुजन समाज पार्टी के चुनाव प्रचार यह बताते हैं कि आम आदमी पार्टी की बढ़त थम गयी है। एक सप्ताह के चुनाव प्रचार की स्थिति तथा जनता से किये गये सामान्य सर्वेक्षण से जो स्थिति स्पष्ट हो रही है उसमें भारतीय जनता पार्टी की बढ़त स्पष्ट दिख रही है लेकिन जगह-जगह बहुजन समाज पार्टी का हाथी कमल को टक्कर देता दिखायी दे रहा है।
बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी श्री चद्र प्रताप विश्वकर्मा भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे। नगर पालिक निगम सिंगरौली के पूर्व अध्यक्ष भी थे। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें गत दिनों नगर निगम के महापौर के चुनाव में टिकट भी देने का काम किया था। लेकिन महापौर के चुनाव में चंद्र प्रताप विश्वकर्मा हार गये। हार से क्षुब्ध होकर उन्होने व्यक्तिगत रूप से जनता के बीच में सघन जनसंपर्क किया। वे निर्दल चुनाव लड़ने वाले थे कि बहुजन समाज पार्टी ने उन्हें टिकट दे दिया। चन्दे के प्रचार का तकाजा यह है कि वे अपनी सभाओं में कहते हैं कि कांग्रेस के शासन को देख लिया गया है। कांग्रेस के जनप्रतिनिधि को देख लिया गया है। भाजपा के विधायक को भी देख लिया गया है। जनता बेरोजगारी महंगाई अत्याचार तथा प्रशासन के कुशासन से त्रस्त है। उनकी लड़ाई किसी भाजपाई, किसी कांग्रेसियों ने नहीं लड़ी। उनका कहना है कि जनता को यदि उनका हाक चाहिए तो उसे वे दिलवाने का काम करेंगे। जनता की लड़ाई सड़क पर उतरकर लड़ी जायेगी यदि जना ने उन्हें चुनने का काम किया। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के प्रशिक्षित कार्यकर्ता बूथ स्तर पर भाजपा के नये चेहरे श्री रामनिवास शाह का प्रचार कर रहे हैं। सिंगरौली विधानसभा क्षेत्र में शाहू समाज का मत प्रतिशत ज्यादा है जो हमेशा से श्रीमती रेनू शाह को मिलता रहा है। क्षेत्र में चर्चा है कि इसबार शाहू समाज के मत का रूझान भाजपा प्रत्याशी रामनिवास शाह की तरफ है। विधानसभा क्षेत्र सिंगरौली में भजापा का कैडर वोट ज्यादा है जो उसे मिलेगा। इस तरह कहा जा सकता है कि भाजपा चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में बढ़त पर है।
विधानसभा सिंगरौली कांगे्रस की प्रत्याशी श्रीमती रेनू शाह का प्रचार कांग्रेस संगठन जोरों से कर रहा है। कांग्रेस जिला इकाई के शहर अध्यक्ष श्री अरन्दि सिंह चन्देल अथक मेहनत कर रहे हैं। लेकिन मजे की बात यह है कि इनकी सभाओं में कहीं भी प्रत्याशी श्रीमती रेनू शाह नजर नहीं आती। संगठन बिना प्रत्याशी के सभाएं कर रहा है। रात दिन मेहनत कर रहा है। श्रीमती रेनू शाह चन्द कार्यकर्ताओं के साथ जनसंपर्क करते देखी जा रही हैं। टिकट मिलने से पहले टिकट के दावेार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिंगरौली विधानसभा क्षेत्र में कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। कांग्रेस संगठन का मानना है कि ऐसे लोग खुद का चेहरा चमका रहे थे उनके पास जनाधार नहीं है। कांगे्रस पार्टी में चुनाव प्रचार की कथित विषंगतियों तथा पत्याशी के प्रचार के ठहराव को देखते हुये लोग यह कह रहे हैं कि कांग्रेस तीसरे नंबर पर जायेगी।
चुनाव परिणाम जो भी हो यह तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चल सकता है। अभी गुप्ता प्रचार और मान मनौव्वल का दौर दो दिन चलेगा इसके बाद चुनाव परिणाम का ऊंट किस करवट बैठेगा कहा नहीं जा सकता।