
काल चिंतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली। मध्य प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनावों में सिंगरौली जिले की विधानसभा सीट चितरंगी में चुनावी समर जारी है। कांग्रेस पार्टी एवं भाजपा के उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर है। क्षेत्र में किये गये सामान्य सर्वेक्षण एवं मतदाताओं से मिली जानकारी के अनुसार निवर्तमान भाजपा विधायक अमर सिंह को पिछले चुनाव में ८६ हजार मत मिले थे। कांग्रेस को पचास हजार वोटों से संतोष करना पड़ा था। अभी जो चुनावी समर जारी है उसमें गोंडवाना गणतंत्र पार्टी व बीएसपी का गठजोड़ है। आंकलन है कि पच्चीस हजार वोट लेकर इस गठजोड़ का प्रत्याशी उभर कर सामने आये। आम आदमी पार्टी का बहुत असर नहीं दिख रहा है फिर भी पांच हजार वोट खींचने में प्रत्याशी सक्षम होगा। बची कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी, इन दोनों के बीच में कांटे का संघर्ष है।
भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती राधा सिंह के परिवार का एक इतिहास रहा है। स्व. श्री जगन्ना सिंह भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता थे। कई बार मंत्री भी रहे। उनके छोटे भाई अमर सिंह भाजपा के टिकट पर ८६ हजार मत पाकर जीते थे। उसी परिवार की बहू श्रीमती राधा सिंह इस समय भाजपा के टिकट पर चुनावी समर में हैं। निश्चित तौर पर यह कहा जा सकता है कि खानदान के कृतित्व का असर श्रीमती राधा सिंह को मिलना तय है। लाडली बहना योजना का असर भी चितरंगी में देखा गया है। महिलाएं भारतीय जनता पार्टी को वोट देने के लिए लामबंद दिखी। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार श्री मानिक सिंह भी पुराने कांग्रेसी नेता है। सघन जनसंपर्क अभियान तथा कथित रूप से बदलाव की राजनीति के पक्षधर श्री मानिक सिंह भी पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में डटे हुये हैं।
चुनावी समर में सम्मुख की लड़ाई के दौरान जनता किसको आशीर्वाद देती है यह तो भविष्य बतायेगा। लेकिन कोई भी कसर न छोड़ने की कसम खाकर दोनों प्रत्याशी चुनावी शोर समाप्त होने के बाद सघन जनसंपर्क में लगे हुये हैं।