नवनिर्वाचित महापौर व पार्षदों का शपथग्रहण आज
सामुदायिक भवन बिलौंजी में होगा आयोजन, नगर निगम अध्यक्ष का भी शुक्रवार को होगा चुनाव

काल चिंतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली। नगर पालिक निगम सिंगरौली के नवनिर्वाचित महापौर तथा ४५ वार्डो के पार्षदों का शुक्रवार को सुबह १०.३० बजे बिलौजी स्थित अटल बिहारी सामुदायिक भवन परिसर में आयोजित किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा शपथ ग्रहण समारोह के लिए जिस जगह का का चयन किया गया है उससे आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने नाराजगी देखी जा रही है। आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश सोनी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा मात्र २५० लोगों के बैठने की व्यवस्था की गयी है। उन्होने बताया कि बमुस्किल जिला प्रशासन द्वारा महापौर को बीस तीस पास ही दिये जा रहे हैं जबकि आम आदमी पार्टी की महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल देश की पहली आम आदमी पार्टी की महापौर होने के नाते उम्मीद की जा रही थी कि शपथ ग्रहण समारोह में कम से कम १५ हजार लोगों के जुटने की संभावना थी परन्तु जिला प्रशासन द्वारा छोटे से जगह में आयोजन कराया जा रहा है। आप जिलाध्यक्ष ने बताया कि उन्होने इस संबंध में जिला प्रशासन से बात की जिसपर कलेक्टर महोदय का कहना था कि जिस तरह से अन्य जगहों पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन कराया जा रहा है उसी को देखते हुये यहां भी कराया जा रहा है। जो भी निर्देश ऊपर से प्राप्त हुये हैं उनका पालन कराया जा रहा है। वैसे भी ४५ पार्षदों तथा महापौर के समर्थकों की संख्या यदि कम भी हुयी तो यह संख्या हजार से ऊपर होगी।
शुक्रवार को नगर पालिक निगम को शपथग्रहण के साथ ही नया महापौर मिल जायेगा। तथा निगम के ४५ वार्डों को नया पार्षद मिल जायेगा। लम्बे समय से नगर पालिक निगम सिंगरौली में जनप्रतिनिधि न होने से जनता की आवाज वहां तक नहीं पहुंच रही थी।
शपथग्रहण के बाद ही नगर पालिक निगम सिंगरौली के अध्यक्ष पद का भी चुनाव सपन्न कराया जायेगा। चुनाव होने के बाद से पार्षदों की जो जोड़ तोड़ चल रही थी उसका परिणाम शुक्रवार को देखने को मिल जायेगा। फिलहाल नगर पालिक निगम सिंगरौली के ४५ वार्डों में अब भी भाजपा का ही दबदबा है। भाजपा के २३ पार्षदों ने विजयश्री हासिल की है तो कांग्रेस के १२ व आम आदमी पार्टी के ५ तथा तीन अन्य पार्षदों ने जीत हासिल की है। पांच अगस्त को महापौर तथा पार्षदों का शपथग्रहण होगा, इसी दिन नगर निगम के अध्यक्ष का चुनाव भी होगा जिसके लिये जोड़-तोड़ अंतिम रूप में पहुंच चुकी है। वैसे तो भाजपा का बहुमत है वह चाहे तो अपना अध्यक्ष बना सकती है परन्तु रजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है। इसलिए भाजपा भी फूंक-फूंक के कदम रख रही है।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी से वार्ड क्रमांक ९ के पार्षद शेखर सिंह अध्यक्ष पद पर अपना कब्जा जमाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। धनबल से परिपूर्ण श्री सिंह भाजपा का बना बनाया खेल बिगाड़ने की जुगत में लगे हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि भाजपा खेमे के कुछ पार्षदों को वह अपने गुट में शामिल करने की फिराक में है ऐसे में भाजपा के लिए काफी मुस्किलें पैदा हो सकती हैं। भारतीय जनता पार्टी को महापौर के चुनाव में जिस तरह से हार का सामना करना पड़ा उसमें राजनीतक विश£ेषकों का कहना है कि इसके पीछे प्रत्याशी चयन में बहुसंख्यक वर्ग को तवज्जों न देने की वजह से भाजपा को हार का सामना करना पड़ा ऐसे में भाजपा डैमेज कंट्रोल करने की जुगत मे हैं और पार्टी के ब्राह्मण चेहरे को सामने कर सकती है। कयास यह लगाया जा रहा है कि नगर निगम अध्यक्ष की चुनाव में बीजेपी इन दो ब्राह्मण पार्षदों में से किसी एक को अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है। वार्ड 31 से भारतेंदु पांडे और वार्ड 17 से देवेश पांडे भाजपा पार्टी से अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे है । फिलहाल आम आदमी पार्टी अपने पांच पार्षदों को लेकर अध्यक्ष पद पर दावा तो नहीं कर रही है परन्तु उसका झुकाव भी कांग्रेस पार्टी की ओर ही बताया जा रहा है। ऊंट किस करवट बैठेगी यह तो पांच अगस्त को ही पता चलेगा तब तक अध्यक्ष पद के दावेदारों द्वारा जोड़ तोड़ की राजनीति जोरदार तरीके से की जा रही है।