युवक को अगवा कर फिरौती के लिए कर दी निर्मम हत्या
पुलिस अधीक्षक ने किया खुलासा, तीनों आरोपी गिरफ्तार

काल चिंतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली। विन्ध्यनगर थाना क्षेत्र के सिंपलेक्स कोलोनी से बीते 17 अगस्त को गायब हुए अरमान के हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में 3 युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने युवक से दोस्ती कर फिरौती के लिए युवक की निर्मम हत्या कर दी थी। वही शव को दुर्गम पहाड़ी से नीचे फेंक दिया था, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद बरामद कर लिया गया। उक्त आशय का खुलासा सिंगरौली पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह आज पत्रकार वार्ता कर किया।
बीते 18 अगस्त को फरियादी रकीब अहमद पिता मोहम्मद हुसैन उम्र 43 वर्ष निवासी सिम्पलेक्स कालोनी थाना विन्ध्यनगर ने थाने में तहरीर दी कि उनका पुत्र अरमान अहमद उम्र 16 वर्ष जो 17 की दोपहर से अपनी मोटर सायकल केटीएम ड्यूक से निकला था, जो देर शाम तक वापस घर नही आया। उसके फोन में संपर्क करने पर उसका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। इस मामले में विन्ध्यनगर निरीक्षक यू पी सिंह के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन प्राप्त कर अपराध क्रमांक 366/2022 धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। गुमशुदा के दस्तयाबी हेतु पुलिस द्वारा जिले के समस्त थानों एवं पड़ोसी राज्यों के थानों आदि में पतारसी हेतु प्रयास किए गए किन्तु कुछ पता नही चला। दिनांक 19 अगस्त को गुमशुदा के पिता रकीब अहमद के मोबाइल पर लड़के अरमान के फोन से कॉल आया कि यदि अपने लड़को से सुरक्षित चाहते हो तो दस लाख रूपए बताए स्थान पर लेकर आ जाना वरना लड़के की लाश टुकड़े में काटकर बोरे में भरकर घर के बाहर फेंक देंगे।
इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक विन्ध्यनगर के नेतृत्व में टीमें गठित कर प्रकरण की खुलासा हेतु लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा शहर में लगे सीसीटीवी कैमरा व मोबाइल फोन का विश्लेषण करने पर यह जानकारी लगी कि अपहृत अरमान बैढ़न से दोस्त श्यामकार्तिक बैस के साथ गनियारी (मकरोहर) तरफ गया है जिसे तलाश किया गया श्यामकार्तिक बैस काफी मसक्कत के बाद दस्तयाब हुआ जो शुरूआती पूछताछ पर न नुकुर करता रहा किन्तु प्राप्त फुटेज एवं अन्य वैज्ञानिक विश्लेषण से प्राप्त साक्ष्य के आधार पर टूट गया जो बताया कि पिछले कुछ दिन पहले से मेरी अरमान से दोस्ती हुई थी मोटर सायकल एवं खर्च करने के तरीके, मोबाइल देखकर लगा कि बड़ा आदमी है मन में पैसे लूटने का विचार आया जो अपने बुआ के लड़का रामकया व रिश्तेदार अमरेश के साथ योजना बनाई। अरमान ने कट्टा लेने की इच्छा जताई थी तब मैने कहा कि मेरा भाई रामकया उपलब्ध करा देगा। योजना के मुताबिक दिनांक 17 अगस्त को कट्टा लेने चांदनी ओडगी रोड पर ग्राम बांक चलने को कहा एवं साथ में लेकर गया। रामकया तथा अमरेश को ग्राम बांक बुलाया वहां अरमान को बांक के जंगल झनझन कुण्ड के पास अरमान के पास मौजूद पैसे, मोबाइल, गाड़ी, हेलमेट आदि लूट लिया व उसके आंख व मुंह में गमछा बांधकर चाकू की नोक पर झनझन कुण्ड के किनारे ले गए तथा पीछे से धक्का मारकर कुण्ड में फेंक दिया। पकड़े न जाए व पुलिस को शक न हो इसलिए उसकी मोटर सायकल को मकरोहर के जंगल में छुपा दिया। पुलिस द्वारा आरोपी के बताए अनुसार झनझन कुण्ड जो समतल भूमि से करीबन 1200 फिट नीचे खांई थी जहां से ग्राम वासियों एवं पुलिस कर्मचारियों के अथक परिश्रम से अपहृत का शव बरामद कर खांई के ऊपर लाया गया। मृतक का पी.एम. जिला अस्पताल बैढ़न से कराया गया तथा प्रकरण में धारा 364, 394, 302 भादवि का इजाफा किया जाकर तीनों आरोपीगणों को गिरफ्तार किया गया है। जिन्हें आज दिनांक को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर अन्य साक्ष्यों की बरामदगी हेतु पुलिस रिमाण्ड लिया जाएगा।
मामले में पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र कुमार सिंह के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा एवं नगर पुलिस अधीक्षक देवेश कुमार पाठक के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विन्ध्यनगर यू.पी. सिंह, थाना प्रभारी बैढ़न अरूण पाण्डेय, नवानगर थाना प्रभारी रावेन्द्र द्विवेदी, चौकी प्रभारी जयंत जितेन्द्र भदौरिया, उप निरीक्षक मुकेश झारिया, सउनि नृपेन्द्र सिंह, सुनील दुबे, श्यामबिहारी द्विवेदी, के.पी. सिंह, सुरेश शुक्ला, प्रआरक्षक जितेन्द्र सेंगर, श्यामसुन्दर बैस, आनंद पटेल, धीरेन्द्र अहिरवार, संदीप सिंह, कुलदीप शर्मा, रामनाथ आरक्षक दिलीप धाकड़, दीपक यादव, राहुल सिंह सायबर सेल के आरक्षक दीपक परस्ते का सराहनीय योगदान रहा।