पोंडी तृतीय के रोजगार सहायक पर ग्रामीणों ने लगाये भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
कलेक्टर की जनसुनवाई में की गयी शिकायत

चितरंगी,सिंगरौली। ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार का जो आलम है वह किसी से छुपा नहीं है आए दिन भ्रष्टाचार से जुड़ी हुई खबरें लगातार निकल कर सामने आती रहती हैं परंतु भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है ऐसा ही एक मामला सिंगरौली जिले के चितरंगी से भी आया है जहां पर ग्रामीणों ने सहायक सचिव की ऊपर काफी गंभीर आरोप लगाए हैं। पंचायत के विकास कार्य की जिम्मेदारी शासकीय कर्मी सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद की होती है परंतु सचिवों के द्वारा ग्रामीणों को उनके हक के लिए परेशान किया जाता है एवं उनसे इसकी एवज में रिश्वत ली जाती है। भ्रष्टाचार के कई मामले आए और गए परंतु किसी भी भ्रष्टाचारी पर ठोस कार्रवाई ना होने का परिणाम यह रहा कि भ्रष्टाचार का ग्राफ दिनों दिन बढ़ता चला गया अब तो आलम यह भी है कि भ्रष्टाचार करने वाले भ्रष्टाचारियों को किसी का भय नहीं दिखाई पड़ता। हम जिस मामले की बात कर रहे हैं वह जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूरी पर स्थित है जिला मुख्यालय से दूर एवं ग्रामीण जनता और लूटने से बाज नहीं आ रहा भ्रष्टाचार में लिप्त रोजगार सहायक।
दरअसल जनसुनवाई में पहुंच दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने कलेक्टर के समय अपने शिकायत दर्ज कर आते हुए पत्र दिया जिसमें जिक्र किया गया है कि पंचायत स्तर पर बिना किसी कार्य को कराएं फर्जी मस्टररोल तैयार करके लाखों रुपए की शासकीय राशि का गबन रोजगार सहायक गर्ग के द्वारा निकाल लिया गया। एक व्यक्ति ने बताया कि वह शिक्षित नहीं है एवं रोजगार सहायक के द्वारा उसे कहा गया कि केवाईसी कराने हेतु अंगूठा लगाना है अंगूठा लगवा कर लाखों रुपए का गबन कर लिया गया जिस के संबंध में ग्रामीण को कोई सूचना ही नहीं थी। इस तरह की कोइ एक शिकायत नहीं है, जनसुनवाई में पहुंचे सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि सभी के साथ में रोजगार सहायक के द्वारा इस तरह से भ्रष्टाचार का काला खेल खेला गया।
संबंधित मामले में जिस तरह से सहायक सचिव पर लगे हैं उन आरोपों की भी जांच होनी चाहिए ताकि सारे मामले का खुलासा हो सके एवं दोषियों पर कार्रवाई हो सके ।