जानलेवा साबित हो सकती है गढ़वा पुलिस की हीलाहवाली

वैढ़न,सिंगरौली। चितरंगी तहसील के डिघवार नामक गांव में भूमि पर कब्जा दिलवाने में राजस्व विभाग को गढ़वा पुलिस का सहयोग नहीं मिल रहा है जिससे स्थिति तनावपूर्ण बनी हुयी है। कभी भी किसी तरह की अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता।
ग्राम डिघवार की आराजी क्रमांक २१९, २४३, २८०/५७३, ३७४, ४१७, ४४७, ४८१, ४८७, ५१९, ५२४ पर आधा-आधा दो भाईयों राम नारायण सिंह पिता शिवबहादुर सिंह चौहान तथा मार्कंडेय सिंह का हिस्सा बताया जाता है क्योंकि दोनों सगे भाई हैं। पिता की मृत्यु के बाद दोनों भाई आधी-आधी जमीन पर अपना अधिकार रखते थे लेकिन चंद दिनों से मारर्कडेय सिंह द्वारा जबरन पूरी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। उक्त मामले में एसडीएम चितरंगी द्वारा गढ़वा पुलिस को आदेश दिया गया था कि वे राजस्व विभाग का सहयोग करने के लिए पुलिस बल मुहैया करावें लेकिन गढ़वा पुलिस के उपेक्षात्मक रवैये से आदेश के लम्बे समय के बाद भी उस मामले का निपटारा नहीं हो सका है। जिसके कारण दोनों भाईयों में तनाव ब्याप्त है। बताया जाता है कि उक्त मामले में जब राजस्व विभाग के अधिकारी गढ़वा टीआई के पास जाते हैं तो वे पुलिस बल देने की बजाय बहुत सी विवशताएं बयान करते हैं। आवेदकगण ने उक्त मामले मे में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिव कुमार वर्मा से भी बात की और उन्हें अपना आवेदन प्रस्तुत किया। इसके बावजूद भी नतीजा अभी तक सिफर ही निकला है। उक्त मामले में पुलिस की निष्कृयता का कारण कोई विवशता या निहित स्वार्थ है? कहा नहीं जा सकता।